SBI में है आपका खाता तो आपको ये 5 बातें जरूर जाननी चाहिए
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने बीते एक माह के दौरान कई अहम बड़े बदलाव किए हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने नए वित्त वर्ष की शुरुआत से लेकर हाल फिलहाल तक कई बड़े बदलाव किए और सौगातें दी हैं। एसबीआई ने जहां एक ओर अपने ग्राहकों को सस्ते कर्ज की सौगात दी है वहीं बैंक ने डिजिटल मुहिम के अंतर्गत कैश निकासी पर भी पाबंदी लगा दी है। अगर आपका बैंक खाता भी एसबीआई की किसी ब्रांच में है तो आपको कम से कम ये पांच बातें जरूर पता होनी चाहिए।
SBI ने दी सस्ते कर्ज की सौगात:
देश के सबसे बड़े सरकारी एवं कर्जदाता बैंक एसबीआई ने किफायती आवास ऋण में 25 आधार अंकों की भारी कमी की है। इस कमी के साथ इसे 8.35 फीसद कर दिया है जिसका फायदा नए कर्ज लेने वालों को मिलेगा। नई सरकारी योजना के अंतर्गत 30 लाख से कम के लोन किफायती आवास की श्रेणी में आते हैं। पुरुष उधारकर्ताओं के लिए, सीमित अवधि की यह पेशकश 31 जुलाई तक मान्य है। इसके साथ ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 30 लाख रुपए से ऊपर के होम लोन की दर को भी 0.10 फीसद घटा दिया है। देश का यह सबसे बड़े बैंक होमलोन मार्केट में सबसे आगे हैं और इसकी हिस्सेदारी 26 फीसद है। ब्याज दर में 0.25 फीसद की कमी का मतलब मासिक किस्त (ईएमआई) में 530 रुपये की बचत। नई महिला ग्राहकों को अब इस योजना के तहत 8.35 फीसद की दर पर आवास कर्ज उपलब्ध होगा।
कटे-फटे नोट बदलवाने पर लगेगा सर्विस चार्ज:
बैंक से अब कटे फटे नोट बदलवाने पर 2 रुपये से लेकर 5 रुपये तक चार्ज किया जाएगा। ये शुल्क 20 से ज्यादा नोट और उनका मूल्य 5000 रुपये से ज्यादा होने पर लिया जाएगा। यदि कोई ग्राहक कटे-फटे 20 नोट जिनका कुल मूल्य 5000 रुपये से ज्यादा नहीं है तो एक्सचेंज कराने पर कोई चार्ज नहीं देना होगा। इससे अधिक होने पर प्रत्येक नोट के लिए 2 रुपये चार्ज और सर्विस टैक्स अलग से लगेगा।
एटीएम से तीन बार से ज्यादा निकासी पर 20 रुपए का शुल्क:
स्टेट बैंक ग्राहकों द्वारा इसी प्रकार एक माह में अन्य बैंक के एटीएम से तीन बार से ज्यादा निकासी पर 20 रुपए का शुल्क देय होगा। एसबीआई के एटीएम से पांच से ज्यादा निकासी करने पर हर बार 10 रुपए का शुल्क लिया जाएगा। देश के सबसे बड़े बैंक ने महीने में तीन बार बचत खाताधारकों को बिना शुल्क के नकद धन जमा कराने की अनुमति दी है। ये नए नियम एक अप्रैल से लागू हो चुके हैं।
टर्म डिपॉजिट की जमा दरों में कमी:
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने विभिन्न मैच्योरिटी वाले टर्म डिपॉजिट की जमा दरों में आधी फीसदी (50 bps) तक की कटौती की है। ये दरें 1 करोड़ रुपए से कम के मध्यम और दीर्घकालिक जमाओं के लिए संशोधित की गई हैं। बैंक ने बताया कि अब नई संरचना के मुताबिक दो से कम तीन वर्षों के जमा के लिए, एसबीआई 6.25 फीसद दर की पेशकश करेगा, जबकि इससे पहले यह दर 6.75 फीसद रही थी। इसी तरह की परिपक्वता के लिए, वरिष्ठ नागरिकों की जमा दरों को 7.75 फीसद से घटाकर 7.25 फीसद कर दिया गया है। वहीं, 3 साल से 10 साल के टर्म डिपॉजिट के ब्याज में एसबीआई ने चौथाई फीसदी (25 बेसिस प्वाइंट) की कटौती कर इसे 6.50 फीसदी कर दिया है।
जानिए किन खातों के लिए मिनिमम बैलेंस है जरूरी:
एसबीआई ने में मेट्रो शहरों के लिए मिनिमम बैलेंस 5,000 रुपये, शहरी इलाकों के लिए 3,000 रुपये, अर्द्ध-शहरी (सेमी अर्बन) इलाकों के लिए 2,000 रुपये और ग्रामीण इलाकों के लिए 1,000 रुपये तय की है। एक अप्रैल से यह नियम प्रभावी हो चुका है। आपको बता दें कि यह जुर्माना जरूरी मिनिमम बैलेंस और उसमें कमी के बीच के अंतर पर आधारित होगा।
बैंक की वेबसाइट के मुताबिक एसबीआई के बचत खाताधारकों को मासिक आधार पर न्यूनतम राशि को अपने खाते में रखना होगा। ऐसा न करने पर ग्राहकों को 20 रुपये (ग्रामीण शाखा) से 100 रुपये (महानगर) देने पड़ सकते हैं। बैंक में 31 मार्च तक बिना चेक बुक वाले बचत खाते में 500 रुपये और चेक बुक की सुविधा के साथ 1,000 रुपये रखने की आवश्यकता थी।‘
यह भी पढ़ें: SBI ने घटाईं एफडी की ब्याज दरें, निवेशकों को अब 0.5 फीसद कम मिलेगा ब्याज