Move to Jagran APP

रेकरिंग डिपॉजिट से छोटी सेविंग्स पर मिलता बड़ा फायदा, जानिए

अपने निवेश और बचत पर जब रिटर्न मौजूदा महंगाई दर को पीछे छोड़ सके, तभी फायदेमंद होता है। बहुत से लोग अपने बचत के पैसों को सेविंग एकाउंट में डालकर निश्चिंत हो जाते हैं।

By Praveen DwivediEdited By: Published: Thu, 27 Oct 2016 12:06 PM (IST)Updated: Thu, 27 Oct 2016 12:23 PM (IST)

नई दिल्ली। अपने निवेश और बचत पर जब रिटर्न मौजूदा महंगाई दर को पीछे छोड़ सके, तभी फायदेमंद होता है। बहुत से लोग अपने बचत के पैसों को सेविंग एकाउंट में डालकर निश्चिंत हो जाते हैं। ऐसा करने से आप नुकसान में हैं। बचत खाते की ब्यािज दर महंगाई दर की तुलना में कम है। सुरक्षित निवेश के लिए दूसरा विकल्प बैंक एफडी है। इसमें ज्यामदा ब्याज तो मिलता है, लेकिन एक बड़ी राशि लंबे अवधि के लिए लॉकइन करनी पड़ती है। ऐसे में सेविंग एकाउंट पर दोगुना ब्याशज प्राप्त करने के रेकरिंग डिपॉजिट आसान तरीका है। इसमें हर महीने छोटी जमा राशि को डिपॉजिट कर एफडी जितना ब्या ज हासिल किया जा सकता है। जागरण डॉट कॉम की टीम आपको बता रही है कि कैसे रेकरिंग डिपॉजिट फायदेमंद हो सकता है।

छोटी सेविंग्स करने पर मिलता है बड़ा फायदा

नौकरीपेशा लोग अपने सैलरी एकाउंट के साथ आरडी (रेकरिंग डिपॉजिट) खाता खोल सकते हैं। वहीं दूसरी ओर अगर आप बचत के लिए अलग एकाउंट मेंटेन करते हैं, तो आप 3,6,9 या 12 महीने या उससे अधिक समय के लिए आरडी शुरू कर सकते हैं। सेविंग अकाउंट के साथ आरडी खुलवाने पर हर महीने पैसा जमा करने की जरूरत नहीं पड़ती। आपके एकाउंट से ऑटोमैटिकली पैसा कट जाता है।

जानिए आरडी और एफडी में अंतर

एफडी में एक साथ एक निश्चित राशि जमा करनी होती है। इसमें साल भर से कम, या उससे अधिक की एफडी ली जा सकती है। वहीं दूसरी ओर आरडी में आपको ब्याज तो एफडी जितना मिलता है, लेकिन इसमें एक साथ नहीं बल्कि किश्तोंज में पैसा जमा करना पड़ता है। इसकी मदद से एक साथ पैसे का बोझ नहीं पड़ता और मैच्यो रिटी पर एफडी के बराबर ब्याइज मिलता है। आपको बता दें कि आरडी पर 10 हजार रुपए से अधिक का ब्यामज मिलता है और एफडी पर टीडीएस देना पड़ता है।

रेकरिंग डिपॉजिट की कैसे करें शुरुआत

आरडी एकाउंट आप खुद बेंक जाकर भी खोल सकते हैं। साथ ही यह ऑनलाइन माध्यम से भी की जा सकती है। सरकारी बैंक से आरडी करवाना ज्यादा बेहतर होता है। इसे अपने स्मार्टफोन पर एप इंस्टॉल कर भी खोला जा सकता है। इसमें खाता खोलते समय ही अवधि तय कर दी जाती है और अवधि खत्म होने के बाद ब्याज समेत भुगतान मिल जाता है। आरडी में भुगतान करने के कई विकल्प होते हैं। कुछ बैंक शुरुआत में चेक ले लेते हैं और फिर इसके जरिए सेविंग्स एकाउंट से डेबिट किया जाता है। आरडी के ऑनलाइन प्रोसेस के लिए नेट बैंकिंग एकाउंट में लॉग इन करें और उसके बाद डिपॉजिट सेक्शन पर क्लिक करें। यहां आरडी के संबंध में निवेश की रकम और अवधि भरें। अंत में ऑनलाइन भुगतान हो जाएगा।

कब करना चाहिए निवेश

यदि आप बिना रिस्क या जोखिमरहित निवेश करना चाहते हैं तो आरडी बेहतर विकल्प है। यह आपको मात्र दो से तीन वर्षों में वित्तीयों लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करती है। आरडी के लॉक इन फीचर के तहत शुरुआत से अंत तक एक सामान ब्याज रहता है और डिपॉजिट पर इंटरेस्ट रेट शुरुआत में ही लॉक इन हो जाता है। इसमें ब्याज दरें गिरने से फायदा मिलता है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.