वित्त वर्ष 2017-18 में 7.2 फीसद की ग्रोथ रेट से बढ़ेगा भारत: वर्ल्ड बैंक
विश्व बैंक का मानना है कि भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2017-18 में 7.2 फीसद की ग्रोथ रेट से बढ़ सकती है
नई दिल्ली (पीटीआई)। वर्ल्ड बैंक का मानना है कि भारत, जो कि दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्थाओं में से एक है मौजूदा वित्त वर्ष 2017-18 में 7.2 फीसद की ग्रोथ रेट से बढ़ सकता है। वहीं मजबूत बुनियाद, सुधार की रफ्तार और निवेश के परिदृश्य में सुधार के चलते वित्त वर्ष 2019-20 तक भारत की ग्रोथ रेट 7.7 फीसद पर पहुंच सकती है।
इंडिया डिवेलपमेंट रिपोर्ट को लॉन्च करते हुए वर्ल्ड बैंक ने बताया, “2017-18 के दौरान आर्थिक गतिविधियों में तेजी आनी चाहिए। जीडीपी 7.2 फीसद की ग्रोथ रेट से बढ़ सकती है जो कि वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान 6.8 फीसद रही थी। वहीं वित्त वर्ष 2019-20 तक ग्रोथ लगातार सुधार के साथ 7.7 फीसद के स्तर पर पहुंच सकती है।”
रिपोर्ट में कहा गया है कि नवंबर 2016 में किए गए नोटबंदी के फैसले ने भारत के विकास संबंधी सुधारों में मामूली बाधा उत्पन्न की थी। इसके अलावा बीते वित्त वर्ष के दौरान मानसून भी अनुकूल रहा, लेकिन चीजें बेहतर हो रही हैं।
भारत में वर्ल्ड बैंक के कंट्री डॉयरेक्टर जुनैद अहमद ने बताया, “भारत दुनियाभर में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश बना हुआ है और जीएसटी के कारण इसको बढ़ावा मिलेगा। जो फर्मों के लिए व्यवसाय करने की लागत को कम करेगा, राज्यों में माल ढुलाई के रसद लागत को कम करेगा और साथ ही यह भी सुनिश्चित करेगा कि इक्विटी में किसी को कोई नुकसान न हो।”
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