‘नोटबंदी से कितने फायदे और कितने नुकसान, साल के अंत तक चलेगा पता’
टी सी अनंत ने कहा है कि नोटबंदी के असर की साफ तस्वीर इस वित्त वर्ष के अंत तक सामने आएगी
नई दिल्ली (जेएनएन)। ऐसे में जब इस बात को लेकर बहस जारी है कि नोटबंदी का असर भारत की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है या नहीं, सरकार के मुख्य सांख्यिकीविद टीसीएस अनंत का कहना है कि सरकार और कंपनी के खातों के आंकड़ों के आने के बाद इसकी तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी। गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से बीते साल 8 नवंबर को लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद 9 नवंबर से ही 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट अमान्य कर दिए गए थे।
उन्होंने कहा कि हालांकि मैं अब भी यही मानता हूं कि अचानक लिए गए नोटबंदी के फैसले ने देश की अर्थव्यवस्था को कई स्तर पर नुकसान पहुंचाया। लेकिन नोटबंदी को सिर्फ नकदी बदलने के तौर पर देखा जाना बिल्कुल सही नहीं है क्योंकि इसने काफी सारे फायदे भी दिए हैं। सरकार के मुख्य सांख्यिकीविद टीसीएस अनंत ने कहा, “लोग क्या करते हैं कि वो एक धारणा पर नीति का मूल्यांकन कर लेते हैं कि कि नीति पूरी हो गई है और सिस्टम पर इसके सभी प्रभाव पड़े हैं। साथ ही आप जानते हैं कि इसके क्या परिणाम रहे हैं। यह इतना आसान नहीं है, डेटा अभी आने जा रहे हैं।”
अनंत ने कहा, “मुझे उस अवधि के अतिरिक्ट डेटा मिलेंगे। अगस्त तक मुझे उस अवधि से संबंधित संपूर्ण सरकारी खातों का विवरण मिलेगा, जब नियंत्रक लेखापाल (सीजीए) इसे पूरा कर लेगी। कुछ महीनों में राज्य सरकारों और अगले 3 से 4 महीनों में कंपनियों के डेटा सामने आ जाएंगे। ये सब कुछ होगा।”