टाटा समूह की खराब प्रदर्शन वाली कंपनियां बिकेंगी : चंद्रशेखरन
टाटा संस अपनी प्रदर्शन न करने वाली कंपनियों को बंद करने की योजना बना रहा है
नई दिल्ली (पीटीआई)। टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने कहा है कि समूह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही कंपनियों को बेचेगा। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि सुर्खियां बटोरने के लिए यह नहीं किया जाएगा बल्कि अपेक्षित लाभ न देने वाली कंपनियों को ही बेचने पर विचार होगा।
फॉर्च्यून मैगजीन को दिये एक इंटरव्यू में चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा 100 अरब डॉलर से ज्यादा कारोबार करने वाला समूह पहले बन चुका है। अगले स्तर पर हमें बड़े आकार के कारोबार पर ध्यान देना होगा। हम तमाम छोटी कंपनियों का संचालन नहीं कर सकते हैं। हमें शीर्ष कंपनियों की जरूरत है। हम यह नहीं कह सकते हैं कि अपने क्षेत्र में सिर्फ पहले या दूसरे नंबर रहने वाली कंपनियों की ही हमें जरूरत है लेकिन हमें यह तय है कि हमें शीर्ष कंपनियों की ही जरूरत है। मैगजीन ने कहा है कि 54 वर्षीय चंद्रशेखरन ने खराब प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को बेचने से इन्कार नहीं किया है। रिपोर्ट के अनुसार चंद्रशेखरन के साथी और निवेशकों को उम्मीद है कि वह टाटा समूह में टीसीएस जैसा ही डिजिटल मैजिक करेंगे।
टीसीएस लखनऊ में अपना कारोबार कर सकती है बंद: रिपोर्ट
देश की दिग्गज आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) लखनऊ से अपना काम समेट सकती है। कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें टीम लीडर्स की ओर से मौखिक तौर पर बुधवार को बता दिया गया है। यह जानकारी टाइम्स न्यूज नेटवर्क के हवाले से सामने आई है।
टीसीएस इस साल के अंत तक अपने अधिकांश प्रोजेक्ट्स दूसरे शहरों में शिफ्ट कर देगी। लखनऊ की ब्रांच में कार्यरत कई कर्मचारियों ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिक मंत्री रवि शंकर प्रसाद और प्रदेश सरकार के उप-मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा को भी पत्र लिखा है। हालांकि, फिलहाल टीसीएस के अधिकारियों ने इसपर कोई टिप्पणी नहीं की है।