रियल्टी इन्वेस्टमेंट के लिहाज से वैश्विक स्तर पर भारत एक बेहतर स्थान: रिपोर्ट
भारत में ग्लोबल रियल्टी निवेश सालाना आधार पर तीन फीसद की दर से बढ़ा है
नई दिल्ली (जेएनएन)। बीते दो वर्षों के दौरान में भारत में वैश्विक रियल्टी निवेश वार्षिक आधार पर 3 फीसद तक बढ़ा है। उम्मीद की जा रही है कि वर्ष 2017 में भी ऐसा ही होने वाला है। यह बात एक दिग्गज प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी की रिपोर्ट में कही गई है।
साथ ही इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वैश्विक निवेशक देश की दीर्घकालीन आर्थिक क्षमता को लेकर सकारात्मक है। यह इस सेक्टर में फंड को बढ़ावा देने के लिए एक अच्छा कारक साबित हो सकता है। कशमैन और वेकफील्ड के मुताबिक वर्ष 2017 में वैश्विक रियल एस्टेट के अतंर्गत भारत में किया जाने वाला निवेश बैंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और पुणे के कर्मशियल ऑफिस के एसेट में किया जाएगा। एशिया पैसेफिक रीजन में अन्य शहरों की तुलना में दिलचस्प रूप से ये सभी शहर बेहतर स्थिति में है।
कशमैन एंड वेकफील्ड के वरिष्ठ निदेशक सिद्धार्थ गोयल का मानना है कि भारत में वैश्विक रियल एस्टेट निवेश की राशि वर्ष 2015 तक 47.31 करोड़ अमेरिकी डॉलर थी और वर्ष 2016 में यह निवेश राशि 48.71 करोड़ अमेरिकी का डॉलर रहा है। इस तरह इसमे सालाना आधार पर 3 फीसद तक की तेजी देखने को मिली है।
वर्ष 2017 में देश के रियल्टी सेक्टर में 700 करोड़ डॉलर के निवेश की संभावना: CBRE
वर्ष 2017 में देश के रियल एस्टेट सेक्टर में करीब 700 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश संभव है। ऐसा एक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट सीबीआरई का कहना है। एशिया पेसैपिक रियल एस्टेट मार्केट आउटलुक 2017, इंडिया नाम की सीबीआरई की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में 700 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश तो संभव है ही साथ ही वर्ष 2020 तक इस निवेश का आंकड़ा 1000 करोड़ अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है।
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