आरबीआई करेगा 1 लाख करोड़ की कीमत के कैश मैनेजमेंट बिल की बिक्री
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बताया कि वो 35 और 49 दिनों के कैश मैनेजमेंट बिलों की बिक्री शुक्रवार (13 जनवरी) को करेगा जिनकी कीमत एक लाख करोड़ बताई जा रही है
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बताया कि वो 35 और 49 दिनों के कैश मैनेजमेंट बिलों की बिक्री शुक्रवार (13 जनवरी) को करेगा जिनकी कीमत एक लाख करोड़ बताई जा रही है। आरबीआई इस प्रणाली को नोटबंदी के बाद अतिरिक्त तरलता जुटाने के लिए अपना रहा है।
केंद्रीय बैंक ने नोटिफिकेशन के जरिए बताया, “रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया 35 और 49 दिनों के भारत सरकार के कैश मैनेजमेंट बिल्स की नीलामी आयोजित करवाएगा। यह नीलामी बाजार स्थिरीकरण योजना (एमएसएस) के तहत 13 जनवरी 2017 को 'एकाधिक मूल्य नीलामी' विधि के उपयोग से कराई जाएगी। प्रत्येक बिल 50,000 करोड़ रुपए कीमत के हैं। कैश मैनेजमेंट बिल (नकदी प्रबंध बिल) ट्रेजरी बिल्स के सामान्य चरित्र होगा।”
आरबीआई ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी (500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बैन) के फैसले के बाद 9 नवंबर से ही बैंकों की जमा राशि में तेज इजाफा देखने को मिला था। बैंकिंग प्रणाली में तरलता की एक महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है जिसकी आगे भी कुछ समय तक जारी रहने की उम्मीद है।
एमएसएस बांड प्रतिभूतियों के एक शेयर के साथ केंद्रीय बैंक को उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जारी किए जाते हैं ताकि आरबीआई तरलता प्रबंधन के लिए बाजार में हस्तक्षेप कर सके। इन प्रतिभूतियों को सरकार के व्यय को पूरा करने के लिए जारी नहीं किया जाता है।