जीएसटी में वाजिब खामियों पर फिलहाल उदार रुख अपनाएगी सरकार: हसमुख अढिया
हसमुख अढिया का कहना है कि सरकार GST के क्रियान्वयन के बाद शुरुआत में उल्लंघन पर लगाए जाने वाले जुर्माने में थोड़ी ढ़ील बरतेगी
नई दिल्ली (जेएनएन)। देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) एक जुलाई से लागू होने जा रहा है और सरकार ने इसके लिए उलटी गिनती भी शुरू कर दी है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि जीएसटी के क्रियान्वयन के बाद शुरुआत में नियमों के उल्लंघन पर लगाए जाने वाले जुर्माने में थोड़ी ढ़ील दी जाएगी। राजस्व सचिव हसमुख अढिया का कहना है कि रिटर्न फाइल करते समय अनजाने में हुई गलतियों और टैक्स चोरी के लिए जानबूझकर की गई गलतियों में भेद किया जाएगा।
हसमुख अढिया ने जीएसटी टाउनहॉल में कहा, "हमारा उदेश्य जीएसटी को सुगम तरह से लागू करने का है। हमारी मंशा शुरुआती महीने में किसी को परेशान करने की नहीं है। उनका कहना है कि हम अनजाने में हुई गलतियों के लिए थोड़ी ढ़ील बरतेंगे।" जब उनसे पूछा गया कि क्या शुरुआती महीनों में सरकार सजा और जुर्माना प्रावधानों में उदारता दिखाएगी, तो इसपर उन्होंने कहा कि उदारता दिखाई जा सकती है, लेकिन हम इसका एलान नहीं कर सकते हैं। नियमों के तहत व्यवस्था यह है कि जीएसटी परिषद तय समय के लिए कुछ जरूरतों में छूट दे सकती है।
GST लागू होने के बाद व्यापारियों को एक महीने में भरना होगा एक रिटर्न: हसमुख अढिया
जीएसटी के अमल में आने से पहले सरकार इसको लेकर फैली आशंकाओं को दूर करने में जुट गई है। बुधवार को इस वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव हसमुख अढिया ने इसी कड़ी में कहा कि व्यापारियों को हर माह सिर्फ एक जीएसटी रिटर्न भरना होगा। यह मौजूदा व्यवस्था के समान ही होगा। नई कर प्रणाली न तो जटिल होगी और न ही इसका अनुपालन बेहद मुश्किल होगा।