पोस्ट ऑफिस, गोल्ड या प्रॉपर्टी में निवेश करने पर लगेगा कितना टैक्स, जानिए
पोस्ट ऑफस से लेकर गोल्ड में निवेश तक ऐसे काफी तमाम विकल्प हैं जिसमें आपको एक निश्चित अनुपात में टैक्स देना होता है
नई दिल्ली (जेएनएन)। पोस्ट ऑफिस की किसी स्कीम में निवेश करते हैं या शेयर बजार में शेयर खरीदते हैं? पारंपरिक निवेश विकल्पों से लेकर आधुनिक बाजार तक किसी भी निवेश विकल्प में निवेश करने से पहले यह जान लेना बेहद जरूरी है आपको कितना टैक्स देना होगा। साथ ही निवेश पर मिलने वाला रिटर्न टैक्सेबल होगा या नहीं। अपनी इस रिपोर्ट में हम उन 15 निवेश विकल्पों पर लगने वाले टैक्स के बारे में विस्तार से बताएंगे जिनमें आम आदमी से लेकर बड़े निवेशक तक निवेश करते हैं।
किसान विकास पत्र:
देश की लोकप्रिय स्कीम किसान विकास पत्र के जरिए आप डाक घर के माध्यम से दीर्घकालिक निवेश कर सकते हैं। सामान्य तौर पर यह योजना टैक्स फ्री होती है लेकिन इस पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होता है। अगर सेक्योरिटी ट्रांजेक्शन टैक्स का भुगतान किया जा चुका है तो शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन (एसटीसीजी) की स्लैब रेट 15.45 फीसद होगी। वहीं लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (एलटीसीजी) की स्लैब रेट 10.3 फीसद से 20.6 फीसद होगी।
सुकन्या समृद्धि योजना:
बेटियों के सुरक्षित भविष्य के लिहाज से इसे एक बेहतर निवेश विकल्प माना जाता है। बेटियों के भविष्यत के लिए पैसे जोड़ने के लिए सुकन्याा समृद्धि योजना एक अच्छीि स्कीसम है। इस योजना पर न सिर्फ पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) की तुलना में ज्यासदा ब्याकज मिलता है बल्कि, यह माता-पिता की टैक्स प्लाफनिंग में भी मददगार होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह योजना टैक्स छूट के दायरे में आती है और साथ ही इस न तो आपको शार्ट टर्म और न ही लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होता है।
सावरन गोल्ड बॉन्ड:
सॉवरन गोल्ड बॉन्ड भी एक बेहतर निवेश विकल्प माना जाता है हालांकि इस पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स देना होता है। स्लैब रेट के हिसाब से इस पर ब्याज के साथ ही शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होता है। हालांकि इसमें लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होता है।
यूलिप और मनी बैक पॉलिसी:
यूलिप, मनीबैक और लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान जैसे निवेश विकल्पों को सबसे बेहतरीन निवेश विकल्पों में शुमार किया जाता है क्योंकि इसपर मिलने वाले ब्याज पर न तो आपको टैक्स देना होता है और न ही शार्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स।
नेशनल पेंशन सिस्टम:
नेशनल पेंशन सिस्टम भी यूलिप की ही तरह फायदेमंद होता है। इस स्कीम पर मिलने वाले ब्याज पर न ही टैक्स देना होता है और न ही शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स। हालांकि लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन की स्लैब रेट इस स्कीम पर लागू होती हैं।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम:
जरूरत के लिहाज से सीनियर सिटिजन स्कीम में निवेश करना अच्छा विकल्प माना जाता है। हालांकि इस पर मिलनि वाले ब्याज पर आपको टैक्स देना होता है। लेकिन न ही इस पर शॉर्ट टर्म और न ही लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होता है।
पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट स्कीम:
बैंक के बचत खातों के बाद सेविंग और इंटरेस्ट के लिहाज से लोग पोस्ट ऑफिस की डिपॉजिट स्कीम को चुनते हैं। यह भी एक बेहतर निवेश विकल्प माना गया है। इस पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है लेकिन इस पर न तो शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होता है और न ही लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स।