UDAN स्कीम के दूसरे दौर में हिस्सा ले सकती है Jet Airways
जेट एयरवेज का कहना है कि वो काफी सोच विचार के बाद ही उड़ान स्कीम के दूसरे दौर की बोली में हिस्सा लेगी
नई दिल्ली (जेएनएन)। जेट एयरवेज ने बुधवार को संकेत दिए हैं कि वह सरकार की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना उड़ान के दूसरे दौर में भाग ले सकती है। एयरलाइन की ओर से वित्त वर्ष 2018 की पहली तिमाही के लिए एक कांफ्रेंस कॉल में एनालिस्ट को संबोधित करते हुए एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारी ने भी इसके संकेत दिए हैं।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) में भागेदारी के बारे में अतिंम फैसला ऑपरेशन की इकोनॉमी पर निर्भर करेगा। आरसीएस रूट के लिए दूसरे राउंड की बिडिंग 24 अगस्त से शुरू हो रही है और इसके विजेता की घोषणा नवंबर अंत तक की जाएगी।
एयरलाइन ने यह घोषणा भी की है कि वह विस्तार करेगी और इस वित्तीय वर्ष के दौरान आठ विमानों को शामिल करेगी। एक अन्य अहम घोषणा में कंपनी ने बताया कि वो चुनिंदा रुट्स पर अपनी फ्लाइट्स की फ्रीक्वेंसी को बढ़ा रही है।
कॉल में भाग लेने वाले एयरलाइन के कुछ शीर्ष अधिकारियों में मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय दुबे और जेट एयरवेज के मुख्य वित्तीय अधिकारी अमित अग्रवाल भी शामिल हैं। जेट एयरवेज के मुख्य वित्तीय अधिकारी अमित अग्रवाल ने बताया, “हम उड़ान स्कीम में भागेदारी का लगातार मूल्यांकन कर रहे हैं। हम उपलब्ध अर्थव्यवस्था के आधार पर इसका मूल्यांकन करेंगे और फिर दूसरे दौर की बिडिंग के बारे में विचार करेंगे।”
क्या है उड़ान: उड़ान का मतलब है उड़े देश का आम नागरिक। देश के आम लोगों को हवाई सफर करवाना इसका मुख्य उद्देश्य है। यह योजना 10 सालों के लिए है जिसका एक अन्य उद्देश्य देश के 70 हवाई अड्डों को जोड़ना है।