Infosys ने अपने 4 वरिष्ठ अधिकारियों को मुआवजे के रुप में दी 14 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम
इन्फोसिस ने अपने चार वरिष्ठ अधिकारियों को मुआवजे के रुप में 14 करोड़ रुपये से अधिक की रकम दी है
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस ने स्टॉक बेस्ड इन्सेंटिव के चलते अपने चार वरिष्ठ अधिकारियों को मुआवजे के रुप में 14 करोड़ रुपये से अधिक की रकम दी है। अध्यक्ष राजेश मूर्ति, संदीप ददलानी और मोहित जोशी और उप मुख्य परिचालन अधिकारी रवि कुमार एस को स्टॉक इंसेंटिव के एवज में दिया गया मुआवजा बीते वित्त वर्ष 50 फीसद से अधिक बढ़ गया था।
इन्फोसिस की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, यह वृद्धि मुख्य रूप से परफार्मेंस बेस्ड स्टॉक इंसेंटिव के रूप में थी, जो कि चार वर्षों के भीतर दिया जाएगा। दिलचस्प बात यह है कि यह खबर ऐसे समय में सामने आई है जब कंपनी के संस्थापकों और बोर्ड मेंबर के बीच पे-पैकेज का मुद्दा गर्माया हुआ है। आपको बता दें कि इन्फोसिस के संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति ने मुख्य परिचालन अधिकारी यूबी प्रवीण राव को मुआवजे में भारी वृद्धि पर नाराजगी व्यक्त की थी। वित्त वर्ष 2017 के दौरान राव का कुल मुआवजा (कंपन्सैशन) 8.14 करोड़ से बढ़कर 11.80 करोड़ हो गया था जिसमें इंसेंटिव भी शामिल थे। वहीं बीते साल इन्फोसिस के शेयरधारकों ने सीईओ विशाल सिक्का के पे-हाईक पर सवाल खड़े किए थे।
600 कर्मचारियों को कंपनी छोड़ने को कहेगी इन्फोसिस
आइटी कंपनी इंफोसिस चुनौतीपूर्ण कारोबारी माहौल में मिड और सीनियर लेवल के कुछ कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखाएगी। विप्रो और कॉग्निजेंट के बाद ऐसा करने वाली तीसरी प्रमुख आइटी कंपनी होगी। खास बात यह है कि बीते हफ्ते ही इंफोसिस ने अमेरिका में 10 हजार नौकरियां देने का एलान किया है। विप्रो ने परफॉरमेंस रिव्यू के बाद 600 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने को कहा है। इसी तरह कॉग्निजेंट ने कर्मचारियों को स्वैच्छिक आधार पर नौकरी से हटने का विकल्प दिया है।