भारतीय शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी के ये हैं 5 बड़े कारण
भारतीय शेयर बाजार के सेेंसेक्स ने तीसरी बार छुआ 30,000 का आंकड़ा, जानिए बाजार की इस तेजी के पीछे के मुख्य कारण
नई दिल्ली (जेएनएन)। बुधवार के सत्र में भारतीय शेयर बाजार की शुरूआत रिकॉर्ड तेजी के साथ हुई। अपने 31 साल के सफर में सेंसेक्स ने तीसरी बार 30 हजार के जादुई आकड़े को पार किया। वहीं निफ्टी ने 9300 के स्तर को पार करके नया लाईफ टाइम हाई बनाया है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सभी क्षेत्रीय सूचकांक हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। वहीं निफ्टी में शुमार शेयरों में से 31 हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। जानिए, भारतीय शेयर बाजार में जारी इस तेजी के पीछे पांच बड़े कारण कारण हैं..
मजबूत विदेशी संकेत
भारतीय शेयर बाजार की तेजी के पीछे मुख्य वजह ग्लोबल मार्केट से मिल रहे मजबूत संकेत हैं। मंगलवार के सत्र में अमेरिकी बाजारों में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली। प्रमुख अमेरिकी इंडेक्स नैस्डेक ने मंगलवार को पहली बार 6000 का स्तर छुआ। बीते सत्र में नैस्डेक 41 अंक की बढ़त के साथ 6025 के स्तर पर बंद हुआ। अमेरिका के अलावा यूरोपीय बाजार में भी मंगलवार को मजबूती दिखी। यूरोपीय बाजार में तेजी का कारण फ्रांस के राष्ट्रपति पद के लिए मध्यमार्गी इमैनुअल ने पहले राउंड की वोटिंग को जीत कर 7 मई को होने वाले दूसरे राउंड के लिए क्वालिफाइ कर लिया है। मैक्रोन और धुर दक्षिणपंथी नेता मेरीन लू पेन के बीच दूसरे राउंड का मुकाबला होगा। इमैनुअल का जीतना बाजार के लिए सकारात्मक माना जा रहा है। अमेरिकी और यूरोपीय बाजार में आई तेजी का असर आज भारत समेत तमाम एशियाई बाजारों में पर देखने को मिला। भारतीय शेयर बाजार में जहां एक ओर रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है। वहीं जापान का इंडेक्स निक्केई, चीन के इंडेक्स शंघाई और हैंगसैंग और कोरियाई इंडेक्स कोस्पी सभी अच्छी बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं।
मजबूत तिमाही नतीजे
शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों की ओर से अपने तिमाही नतीजे जारी किये जा रहे हैं। मंगवार को देश की तीसरी दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो ने अपने चौथी तिमाही के नतीजे जारी किये। तिमाही नतीजों में कंपनी के शानदार प्रदर्शन के बाद आज विप्रो का शेयर 2.25 फीसद से ज्यादा उछल गया। सेंसेक्स में शुमार दिग्गज तीस कंपनियों में विप्रो आज टॉप गेनर है। विप्रो को चौथी तिमाही में 2,303.5 करोड़ का मुनाफा हुआ। जो पिछली तिमाही से 20 फीसद ज्यादा है। इस शानदार मुनाफे के अलावा कंपनी के बोर्ड ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयरों की भी सिफारिश की है। साथ ही कंपनी ने अजीम प्रेमजी को फिर से कंपनी का चेयरमैन नियुक्त किया है।
इससे पहले सोमवार को देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस ने अपने तिमाही नतीजे जारी किए। तिमाही नतीजों के बाद मंगलवार को आरआईएल के शेयर ने नौ वर्ष का उच्चतम स्तर छुआ है। ऐसे में बेहतर अर्निंग सीजन बाजार में मजबूती का एक बड़ा कारण है।
वायदा बाजार की एक्सपायरी
27 अप्रैल को वायदा बाजार की एक्सपायरी से पहले बाजार में तेजी देखने को मिल रही है। वायदा बाजार के सौदों को ट्रेडर्स अगली सीरीज के लिए रोलओवर कर रहे हैं। सोमवार तक बाजार में रोलओवर 23 फीसद सौदे अगले महीने के लिए रोलओवर हुए। वायदा बाजार से मजबूत संकेतों के चलते बाजार में तेजी का माहौल है। साथ ही जिन ट्रेडर्स ने शॉर्ट के सौदे बना रखे थे वो भी अब बाजार की तेजी में उनको कवर करेंगे जो बुधवार और गुरुवार के सत्र में तेजी ता एक कारण बनेगा।
शेयर बाजार में FIIs की वापसी का संकेत
अप्रैल में विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से भारतीय शेयर बाजार में धीमी पड़ी खरीदारी की चाल वापस लौटती दिख रही है। 24 अप्रैल तक FIIs की ओर से भारतीय बाजार में 1333 करोड़ रुपए की शुद्ध बिकवाली की गई थी। लेकिन बीते 2 सत्रों में लौटी तेजी इस बात का संकेत है कि विदेशी निवेशकों की भारतीय बाजार मे वापसी हुई है। इससे पहले मार्च महीने में FIIs की ओर से भारतीय बार में 33781 करोड़ रुपए की शुद्ध खरीदारी की गई थी। वहीं अप्रैल में विदेशी निवेशकों ने डेट मार्केट में 19065 करोड़ की खरीदारी की है।
टेक्निकल चार्ट्स पर मजबूत
निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ही इंडेक्स अपने सर्वोच्च स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। ऐसे में टेक्निकल चार्ट्स पर बाजार की चाल पढ़ने वाले एक्सपर्ट मान रहे हैं कि अगर बाजार की साप्ताहिक क्लोजिंग भी नए शिखर पर आती है तो यह बाजार में एक नई चाल का संकेत होगी। ऐसे में वायदा बाजार की एक्सपायरी के बाद शुक्रवार के सत्र में शेयर बाजार की क्लोजिंग अहम रहेगी।
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