एम-आधार को भी आपका आईडी प्रूफ मानेगा इंडियन रेलवे
रेल यात्रियों के एम-आधार को भी अब रेलवे आईडी प्रूफ के तौर पर स्वीकार करेगा
नई दिल्ली (पीटीआई)। रेल मंत्रालय ने बुधवार को कहा है कि उसने आधार कार्ड के डिजिटल वर्जन यानी कि एम-आधार को रेल यात्रा के दौरान रेल यात्रियों की ओर से किसी भी क्लास में सफर करने के लिए बतौर आईडी प्रूफ स्वीकार किए जाने को मंजूरी दे दी है। आपको बता दें कि एम आधार एक मोबाइल एप है जिसे यूनिक आईंडेंटिफिकेशन अथोरिटी ऑफ इंडिया ने लॉन्च किया है। इससे कोई भी व्यक्ति अपना आधार कार्ड डाउनलोड कर सकता है।
जानकारी के लिए बता दें कि आधार केवल उन मोबाइल नंबरों से ही डाउनलोड किया जा सकता है जो आधार से लिंक्ड है। आधार दिखाने के लिए यात्री को एर खोलकर अपना पासवर्ड डालना होगा। मंत्रालय ने अपने बयान में बताया कि यदि कोई यात्री किसी भी आरक्षित श्रेणी में यात्रा कर रहा है तो वह अपने मोबाइल पर एम आधार एप में पासवर्ड डाल पहचान प्रमाण के रूप में दिखा सकता है। रेलवे एम आधार को वैध मानेगी।
इंटरनेट से टिकट बुक करने वालों को रेलवे मुफ्त में देगा 10 लाख तक का बीमा
रेल यात्रियों को आरक्षित टिकट पर मिलने वाली बीमा कवरेज सुविधा में एक विसंगति सामने आई है। बढ़ते रेल हादसों के बीच इंटरनेट से टिकट बुक करने वालों को रेलवे मुफ्त (0 रुपए प्रीमियम) में बीमा कंपनियों से 10 लाख रुपए तक का बीमा दिलवा रही है। वहीं खिड़की से मैन्यूली टिकट बुक कराने वालों को कोई कवरेज नहीं मिल रहा। अगर दुर्घटना होती है तो यात्री के परिजनों को केवल सरकारी मुआवजा ही मिलेगा। खास बात यह है कि 45 फीसदी से अधिक यात्री अब भी विंडो से ही टिकट ले रहे हैं। उत्कल और कैफियत एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद एक बार फिर रेलवे मैन्यूल टिकट पर भी इसे लागू कर सकती है।