2017 की पहली तिमाही में भारतीय कंपनियों ने किए 17.9 अरब डॉलर के सौदे
2017 की पहली तिमाही मेंं भारत के भीतर अधिग्रहण एवं विलय प्रक्रियाओ में तेजी देखने को मिली है।
नई दिल्ली (पीटीआई)। वित्त वर्ष 2017 की पहली तिमाही के दौरान भारत की मर्जर एंड एक्विजिशन (अधिग्रहण एवं विलय) प्रक्रियाओ में तेजी देखने को मिली। इस दौरान भारतीय कंपनियों ने कुल 17.9 अरब डॉलर के सौदे किए, जबकि पिछली तिमाही में भारतीय कंपनियों ने 9.2 अरब डॉलर के विलय एवं अधिग्रहण सौदे किए थे। यह जानकारी एक हालिया रिपोर्ट के जरिए सामने आई है।
वैश्विक स्तर पर विलय एवं अधिग्रहण सौदों पर निगाह रखने वाली कंपनी मर्जरमार्केट के मुताबिक मर्जर एंड एक्विजिशन के सौदों में उल्लेखनीय इजाफा देखने को मिला है। हालांकि अगर संख्या की बात की जाए तो इस तिमाही के दौरान कुल सौदों की संख्या घटकर 76 हो गई, जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 110 का रहा था।
दिलचस्प बात यह है क एशिया प्रशांत (जापान को छोड़कर) क्षेत्र में कुल सौदों के मूल्य में भारत का हिस्सा बढ़कर 13.2 फीसद पर पहुंच गया। मर्जरमार्केट इंडिया की विलय एवं अधिग्रहण के रुख पर 2017 की पहली तिमाही की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी-मार्च में दूरसंचार क्षेत्र में 13.6 अरब डॉलर के तीन विलय एवं अधिग्रहण सौदे हुए। एक साल पहले समान अवधि में इस क्षेत्र में 6 करोड़ डॉलर के दो सौदे हुए थे। इसमें सबसे बड़ा सौदा वोडाफोन समूह की ओर से वोडाफोन इंडिया के आइडिया सेल्युलर के साथ विलय का रहा।