प्रवर्तन निदेशालय ने एक साल में जब्त किया 11 हजार करोड़ का कालाधन
प्रवर्तन निदेशालय ने कालेधन के खिलाफ अपनी लड़ाई में बीते साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। काले धन के खिलाफ कार्रवाई में प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिया है। ईडी को पिछले साल 11,287 करोड़ रुपये का काला धन जब्त करने में सफलता मिली है जो अब तक जब्त किये गए सारे काले धन का आधा हिस्सा है। ईडी निदेशक कर्नल सिंह ने दावा किया है कि काले धन के खिलाफ लड़ाई इसी तरह जारी रहेगी। वहीं राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि नोटबंदी के दौरान काले धन को सफेद करने के सभी रास्तों का पता चल गया है और सरकार इसे पूरी तरह बंद करने की कोशिश कर रही है। जबकि वित्त मंत्री अरुण जेटली ईडी को मनी लांडिंग में लगी कंपनियों के खिलाफ बेङिाझक कार्रवाई करने को कहा है।
ईडी की ओर से आयोजित प्रवर्तन दिवस के मौके पर आयोजित समारोह में जेटली ने कहा कि लोग जब नियमों का उल्लंघन कर टैक्स बचाने की कोशिश करते है तब इससे आम जनता का हित प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि आर्थिक अपराधियों के खिलाफ कानूनी शिकंजा कसने और उसे टैक्स के दायरे में लाने में राजस्व विभाग और ईडी की मुख्य भूमिका है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ईडी सख्ती से कानून लागू करेगा और राजकोष का राजस्व बढ़ाने में मदद करेगा।
इससे पहले राजस्व सचिव हसमुख अढिया ने बताया कि किस तरह नोटबंदी के दौरान काले धन को सफेद बनाने के सारे रास्तों का पता चल गया है। इसके लिए बड़े पैमाने पर खोखा कंपनियों का उपयोग होता है। पिछले तीन महीने में ईडी ने ऐसी 1000 से अधिक खोखा कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की है। अढिया ने कहा कि कॉरपोरेट कार्य मंत्रलय में पंजीकृत करीब आठ-नौ लाख कंपनियां ऐसी हैं जो अपना सालाना आयकर रिटर्न दाखिल नहीं करती हैं और ये मनी लांडिंग का स्नोत हो सकती हैं।
कर्नल सिंह ने बताया कि आधे से अधिक पद खाली होने के बावजूद ईडी काले धन के खिलाफ कार्रवाई में जुटा है। उनके अनुसार अभी तक ईडी 22,029 करोड़ रुपये का काला धन जब्त कर चुका है। जिसका आधा यानी 11,287 करोड़ रुपये अकेले पिछले साल जब्त किये गए थे। इस अवसर बेहतर प्रदर्शन करने वाले ईडी के अधिकारियों को पुरस्कृत भी किया गया। जिनमें 2जी घोटाले की जांच से जुड़े ईडी के उप निदेशक सतेंद्र सिंह भी शामिल हैं।