अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बढ़ा चालू खाता घाटा, बढ़कर 7.9 अरब डॉलर हुआ
वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही में देश के चालू खाता घाटा (करंट अकाउंट डेफिसिट) में इजाफा देखने को मिला है
नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही में देश के चालू खाता घाटा (करंट अकाउंट डेफिसिट) में इजाफा देखने को मिला है। तीसरी तिमाही में यह बढ़कर 7.9 अरब डॉलर हो गया। वहीं बीते वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 7.1 अरब डॉलर का रहा। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक यह आंकड़ा भारत के कुल जीडीपी का 1.4 फीसद है।
रिजर्व बैंक के मुताबिक जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान चालू खाता घाटा 3.4 अरब डॉलर रहा था, जो जीडीपी का 0.6 फीसद था। विशेषज्ञों का कहना है कि डेफिसिट बढ़ने का प्रमुख कारण ज्यादा आयात रहा। हालांकि उनका मानना है कि यह मार्च में समाप्त होने वाली चौथी तिमाही के दौरान यह 1 फीसद के आसपास रह सकता है। इसके साथ ही अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान बैलेंस ऑफ पेमेंट्स में 1.2 अरब डॉलर का डेफिसिट रहा, जबकि बीते साल की समान अवधि में यह सरप्लस 4.1 अरब डॉलर का रहा था।