SBI में पांच एसोसिएट बैंकों के मर्जर को कैबिनेट ने दी मंजूरी, स्टेट बैंक बनेगा दुनिया के बड़े बैंकों में से एक
5 एसोसिएट्स बैंकों के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में मर्जर को मंजूरी दे दी गई है।
नई दिल्ली: केंद्रीय कैबिनेट ने 5 एसोसिएट्स बैंकों के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में मर्जर को मंजूरी दे दी है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने खुद इसकी घोषणा की है। इस मर्जर के साथ ही एसबीआई अब दुनिया के बड़े बैंकों में से एक बन जाएगा और उनसे सीधा मुकाबला करने की सूरत में होगा। हालांकि कैबनेट ने महिला बैंक के बैंकों के मर्जर पर कोई फैसला नहीं किया है। गौरतलब है कि एसबीआई ने पिछले साल ही एसोसिएट्स बैंकों और भारतीय महिला बैंक को अपने साथ मिलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इसके बाद उसने इस प्रपोजल को सरकार के पास भेजा था।
किन बैंकों का होगा मर्जर:
एसबीआई की पांच एसोसिएट्स बैंकों (सहयोगी बैंकों) में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद शामिल हैं। स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर शेयर बाजार में लिस्टेड हैं।
मर्जर के बाद SBI बनेगा बड़ी इकाई:
SBI में इन पांचों बैंकों के मर्जर के बाद जो एंटिटी बनेगी, उसके पास 37 लाख करोड़ का एसेट बेस और 50 करोड़ से अधिक ग्राहक होंगे। एसबीआई ने 2008 में सहयोगी बैंक स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र को अपने साथ मिलाया था। इसके ठीक दो साल बाद उसने स्टेट बैंक ऑफ इंदौर का मर्जर अपने साथ कर लिया था।
क्या बोले वित्त मंत्री:
इस मर्जर के सदर्भ में हुई बैठक के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, “कैबिनेट ने पहले ही इस प्रपोजल को इन-प्रिंसिपल मंजूरी दे दी थी। इस प्रपोजल को कई बैंकों के बोर्ड में भेजा गया था, जिन्होंने उसे मंजूरी दे दी थी। कैबिनेट में उनकी सिफारिशों पर विचार किया गया और प्रपोजल को मंजूरी दे दी गई।”