ग्लोबल आईटी कंपनियां कर रही हैं भारतीय इंजीनियर्स की हायरिंग
एक्सेंचर, केपगिमिनी, ओरैक्ल, आईबीएम और गोडमैन सैक्स भारत में जमकर भर्तियां कर रही हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। भारतीय आईटी सेक्टर ऑटोमेशन और कम ग्रोथ रेट्स को देखते हुए कर्मचारियों की छटनी कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने नियुक्ति प्रक्रिया की दर भी घटा दी है। लेकिन देश में अब भी ऐसी टेक्नोलॉजी एमएनसी हैं जो भारी संख्या में भर्तियां कर रही हैं। इन कंपनियों में एक्सेंचर, केपगिमिनी, ओरैक्ल, आईबीएम और गोडमैन सैक्स (Goldman Sachs) शामिल हैं, जो कि हजारों की संख्या में भर्तियां कर रही हैं।
एक्सेंचर की भारत में 5396 नौकरियों की ओपनिंग है, यह अमेरिका की ओपनिंग से चार गुना ज्यादा है और पोलैंड व फिलिपिन्स की ओपनिंग से 12 गुना ज्यादा है। फ्रांस की आईटी कंपनी केपगिमिनी की भारत में 2649 जॉब ओपनिंग है, जो कि दुनियाभर की हायरिंग का 55 फीसद हिस्सा है। यह जानकारी कंपनी की वेबसाइट के अनुसार है।
ओरैकल की भारत में 1124 जॉब ओपनिंग है। बीते हफ्ते ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स सामने आईं थी, जहां बताया गया था कि अमेरिकी ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनी अमेजन भारत से हजारों लोगों को हायर करने की योजना बना रही है। मौजूदा समय में उनकी वेबसाइट पर 1208 पोजिशन के लिए ओपनिंग है।
वहीं, आईबीएम में 675 पोजिशन, गोल्डमैन सैक्स में 320 पोजिशन, डैल में 285 पोजिशन और सिस्को में 229 पोजिशन उपलब्ध हैं। कंपनियों में इस तरह की ओपनिंग हर साल रिफ्रेश की जाती हैं, इसलिए एक साल में टोटल हायरिंग इससे थोड़ी ज्यादा हो सकती है।
भारत में मल्टी नेशनल कंपनियों का ग्लोबल इनहाउस सेंटर्स (जीआईसी) राजस्व के मामले में 10 फीसद की दर से बढ़ रहा है और कर्मचारियों की संख्या 770,000 के करीब है। यह आंकड़ा इंडस्ट्री बॉडी नैस्कॉम के अनुसार है। कंसल्टेंसी फर्म जिनोव का अनुमान है कि भारत में जीआईसी के साथ 1150 मल्टी नेशनल कंपनियां है। इनकी वर्ष 2016 के लिए कर्मचारियों की संख्या 815000 थी। अनुमान के मुताबिक जीआईसी इस वर्ष 30,000 अतिरिक्त नौकरियों का सृजन करेगा। करीब 35 फीसद जीआईसी बैंगलुरू में और 15 फीसद एनसीआर में है।
वहीं, चार दिग्गज आईटी सर्विसेज कंपनियां जैसे कि टीसीएस, कॉग्निजेंट, इंफोसिस और टेक महिंद्रा के भर्ती करने के आंकडे बेहद निराशाजनक हैं। जून में समाप्त तिमाही में इन कंपनियों ने कर्मचारियों की छटनी भी की है।
ओरैक्ल के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा, “अगर एक कंपनी एक तिमाही में 1000 लोगों को डेटा एनालिटिकिस के नियुक्त करना चाहती है तो भारत ही ऐसी जगह है जहां पर उस स्तर के लोग मिल सकते हैं।”