चाचा आपका आदेश होता तो मै चुनाव लड़ता..
नगरपालिका चुनाव लगभग छह-सात माह बाद होना है। लेकिन अभी से भावी प्रत्याशियों ने अपनी जीत की संभावनाओं को तलाशना शुरू कर दिया है।
बेतिया। नगरपालिका चुनाव लगभग छह-सात माह बाद होना है। लेकिन अभी से भावी प्रत्याशियों ने अपनी जीत की संभावनाओं को तलाशना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि इसको लेकर संभावित प्रत्याशियों की चहलकदमी वाडो में शुरू हो गयी है। महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर समाजसेवी के रूप में हो¨डग व बैनर लगाना शुरू कर दिया गया है। यह सिलसिला छठ पर्व से ही शुरू कर दिया। समाजसेवी के रूप में जिले वासियों को छठ व दीपावली की मुबारक बाद देना चुनाव लड़ने की जिज्ञासा की कड़ी में देखा जा रहा है। इधर आरक्षण रोस्टर का लगभग खुलासा हो जाने से संभावित प्रत्याशियों की अपने-अपने वार्डों में विशेष चहल कदमी बढ़ गयी है।चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले प्रत्याशी अपने बड़े बुजुर्गों व हाथ जोड़ पहले सलाम कर रहे है। फिर उनसे पूछ रहे है कि चाचा आपका आदेश होता तो मैं चुनाव लड़ता। हर भावी प्रत्याशी चुनावी जीत का संभावना तलाशने में जुटा हुआ है। वर्तमान में उनकी सामाजिकता व भाईचारा वार्डों में चर्चा का विषय बना हुआ है। जो कभी किसी से मतलब नहीं रखते थे। आज वे सामाजिक बनते दिख रहे है। सामाजिक व शादी-विवाह के अवसर पर उनकी सक्रियता देखते ही बन रही है। जानकारी के अनुसार हर वार्ड में लगभग एक दर्जन भावी प्रत्याशी अपनी चुनावी जीत की संभावनाओं का आकलन करने में पूरी तरह व्यस्त है। जातीय आंकलन करने में भी गहरी दिलचस्पी ले रहे है। सामाजिकता में निवर्तमान वार्ड पार्षद में फिल वक्त किसी से पीछे नहीं दिख रहे है। नाराज लोगों उनकी विशेष मेहरबानी बनी हुई है। फिलहाल नगर पालिका का चुनाव कब होगा? यह समय बतायेगा। लेकिन चुनावी ताकत का जोर अजमाईश लगभग छह माह पहले से शुरू हो चकी है।