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मानसून की बेरुखी से खेत में पड़ीं दरारें

बेतिया। जिले में मौसम की बेरूखी पर किसान अब पछेत प्रजाति की धान की फसल की खेती करने का मन बना रहे ह

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Jun 2017 12:07 AM (IST)Updated: Sun, 25 Jun 2017 12:07 AM (IST)
मानसून की बेरुखी से खेत में पड़ीं दरारें

बेतिया। जिले में मौसम की बेरूखी पर किसान अब पछेत प्रजाति की धान की फसल की खेती करने का मन बना रहे हैं। वैसे किसान जिन्होंने मई माह में धान के बीज की बुआई कर ली थी, उसमें बारिश की कमी के कारण अधिकांश बिचड़े सूखने लगे हैं। कई जगह, तो रोपाई के बाद धान के खेत में दारार भी पड़ गए हैं। ऐसे में यहां के किसानों को पछेत प्रजाति की धान की खेती की सलाह दी गई है। इसमें मुख्यमंत्री बीज ग्राम योजना के तहत विभाग की ओर- से 50 फीसद अनुदान पर धान का बीज उपलब्ध किया गया है। जिसकी बुआई 30जून से 10 जुलाई तक की जा सकती है। जिला कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जलवायु परिवर्तन के कारण मानसून समय से नहीं आने के कारण तापमान अधिक हो रहा है। छिटपुट वर्षा कहीं-कहीं हो जा रही है। सामन्यत: धान का बीचड़ा 20 से 21 दिनों के बाद खेत में रोपनी कर देना चाहिए, जो नहीं किया जा रहा है। 30 दिनों के बाद बीचड़ों के जड़ मोटे हो जा रहे हैं इसके कारण फसल का ग्रोथ, फसल की वृद्धि पभावित होना स्वाभाविक है। किसानों को इस संकट से उबरने के लिए विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था की है। इसके मुताबिक मुख्यमंत्री बीज विस्तार योजना के अन्तर्गत प्रत्येक राजस्व ग्राम के 2 किसानों को बीआरबीएन से प्राप्त आधार बीज को दिया जाना है। विभिन्न योजनाओं श्री विधि, पैडीट्रांप्लांटर, बीजग्राम, तनावरोधी एवं जीरो टिलेज के अन्तर्गत लक्ष्य के अनुरूप किसानों को धान प्रत्यक्षण का बीज दिया जाना है। बीज ग्राम में एक एकड़ में 12 किलोग्राम बीज आधे दाम पर दिया जाना है। बीज ग्राम अन्तर्गत प्रभेद राजेन्द्र श्वेता का धान बीज जो 135 से 140 दिन का है। इसका बीज गिराने का समय 10 जून से 25 जून तक है। मुख्यमंत्री तीब्र बीज विस्तर योजना के अन्तर्गत प्रभेद सुभाषिणी धान बीज जो 125-130 दिनों का इसका बीज गिराने का समय 25 जून से 10 जुलाई तक है। श्रीविधि योजनाअन्तर्गत प्रभेद स्वेता धान एवं सुभाषिणी धान बीज को दिया जाना है, जो क्रमश: 135 से 140 दिन एवं 125 से 130 दिनों का है। तनावरोधी एवं जीरोटीलेज प्रभेद अन्तर्गत स्वार्णा सब वन धान बीज जो 140 से 145 दिनों का है, इसके बीज गिराने का समय 25 से 30 जून तक है। वैसे किसानों को जिन्होंने अगेत प्रजाति के धान का बीचड़ा लगाए हुए थे और जिनका बीज जल गया है, वैसे किसानों को उक्त प्रजाति की धान का बीज गिराने को कहा गया है। इसके लिए सभी किसान सलाहकारों एवं समन्वयकों को क्लस्टर में प्रत्यक्षण कराने को कहा गया है। जिला कृषि पदाधिकारी शीलाजीत ¨सह ने किसानों को कृषि समन्वयक या किसान सलाहकार से संपर्क कर संबंधित उन्नत प्रभेदों का चयन कर रोपनी करने की सलाह दी है।


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