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पीएचसी की जांच में मिलीं कई अनियमितताएं

बगहा। हरनाटांड़ पीएचसी में व्याप्त अनियमिताएं परत दर परत खुलती जा रही हैं। परिवार नियोजन पखवारा के तह

By Edited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 11:39 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2016 11:39 PM (IST)
पीएचसी की जांच में मिलीं कई अनियमितताएं

बगहा। हरनाटांड़ पीएचसी में व्याप्त अनियमिताएं परत दर परत खुलती जा रही हैं। परिवार नियोजन पखवारा के तहत बंध्याकरण शिविर में अव्यवस्था और लापरवाही दिखी। ग्रामीणों और मरीजों की शिकायत पर शुक्रवार और शनिवार को हुई मैराथन जांच के बाद कई गड़बड़ियां खुलकर सामने आई हैं। चिकित्सकों, अस्पताल प्रबंधक और कर्मियों की लापरवाही उजागर होने के बाद उनपर विभागीय गाज गिरनी तय मानी जा रही है। एसडीओ धर्मेद्र कुमार ने बताया कि शुक्रवार की रात्रि अव्यवस्था की शिकायत मिली। जिसके बाद बीडीओ अशोक कुमार और बीएओ विनय कुमार को जांच के लिए भेजा गया। जांच के दौरान शिकायत सही पाई गई। शनिवार को कार्यपालक दंडाधिकारी प्रकाश सिन्हा और अवर निर्वाची पदाधिकारी अनिल पटेल ने भी जांच के दौरान कई कागजी गड़बड़ियां पकड़ी हैं। एसडीओ श्री कुमार ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर प्रबंधक, चिकित्सकों और कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा के साथ जिलाधिकारी व सिविल सर्जन को अनुशंसा पत्र भेजा गया है।

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दर्द से कराहते मरीजों की स्थानीय लोगों ने ली सुधि

संध्या देवी, बनिया देवी, नबीना देवी, इंदू देवी, गिरिजा देवी, कश्मिरिया देवी, आभा देवी आदि वे नाम हैं जिन्होंने अस्पताल प्रबंधन की अव्यवस्था का दंश झेला। बेड के अभाव में फर्श पर दर्द से कराह रही इन महिलाओं का हाल जानने तक को किसी को फुर्सत नहीं थी। हरनाटांड़ पीएचसी में बंध्याकरण के बाद चिकित्सक अपने रास्ते निकले तो कर्मी अपने। रात्रि में जब दर्द बढ़ा तो मरीजों ने आसपास के लोगों की मदद ली। लेकिन ऑपरेशन के बाद दर्द बिन दवा कहां कम होने वाला था। मरीजों की व्यथा देखकर गुस्साए ग्रामीणों ने एसडीओ को फोन किया। एसडीओ धर्मेद्र कुमार ने तत्काल तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर जांच को भेजा।

कमरे तलाशते रह गए अधिकारी, नहीं मिले चिकित्सक

शुक्रवार की रात्रि करीब नौ बजे पीएचसी का हाल जानने पहुंचे अधिकारी कमरे तलाशते रह गए। चिकित्सक नहीं मिले। जांच टीम में शामिल बीडीओ अशोक कुमार, बीएओ विनय कुमार आदि ने पंजियां देखी। चिकित्सक डा. एम ए जमील नदारद थे। हालांकि जांच टीम के पहुंचने की सूचना पर डा. राजेंद्र काजी तत्काल मौके पर पहुंच गए। टीम सभी जानकारियों को कलमबद्ध कर मरीजों को उनके हाल पर छोड़ रवाना हो गई।


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