एक दूजे के हुए शमीम और शाहिन
बेतिया। नगर के दिउलिया पिपरा निवासी मोहम्मद तैय्यब के पुत्र शमीम और साठी थाना के दनियाल परसौना गांव
बेतिया। नगर के दिउलिया पिपरा निवासी मोहम्मद तैय्यब के पुत्र शमीम और साठी थाना के दनियाल परसौना गांव निवासी मोहम्मद परवेज की पुत्री शाहीन बेगम रविवार को सदा के लिए एक दूसरे के हो गये। मौलाना जियाउलहक कासमी ने निकाह पढ़ाया। 51 हजार 51 मेहरदैन तय हुआ। अधिवक्ता शाहे आलम, शेख रैफुदीन, रबुल हसन के साथ साथ वार्ड पार्षद मुन्ना पासवान, नजरे आलम, मोहम्मद सर्फुदीन, सिराजुल, समेत अनेक महिला पुरूष शमिम और शाहीन की शादी के गवाह बने। शमीम के मोबाईल पर शाहीन से निकाह कबूल हुआ। सामाजिक उत्सव के बीच शमीम के परिजनों ने बताया कि घटना के पूर्व शादी तय थी। लड़की पक्ष ने अपने स्तर से भी शमीम के गुण दोषों की पहचान की और शादी की रश्म अदायगी उसके जेल से लौटने के बाद पूरे उत्साह के साथ संपन्न हुई। बता दें कि करीब चार माह पूर्व पुरूषोतमपुर थाना के बलिरामपुर गांव निवासी एक लड़की ने दो वर्ष से झांसा देने और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था। मामले में बाबा शमीम गिरफ्तार हुए। जमानत पर मुक्त हुए शमीम जब घर लौटे तो न केवल उनके परिवार में बल्कि दनियाल परसौना में भी पूर्व से तय शादी को संपन्न कराने का इंतजार था। शाहिन बेगम ने मोबाईल पर शमीम से निकाह को कबूल किया। यहां पहुंचे मेहमानों की जमकर खातिर की गयी। शमीम के पिता मोहम्मद तैयब ने बताया कि सामाजिक स्तर पर सब लोग हकीकत जान गये है। यहां हमे न्याय मिला है। अब न्यायालय से न्याय की उम्मीद है। यहां बता दे कि बाबा शमीम दिउलिया स्थित अपने आवास पर झाड़ फूंक करते और स्वस्थ रहने के लिए लोगों को परामर्श देते थे। इस क्रम में आरोप लगाने वाली लड़की भी उनके पास पहुंची थी।