चूनाभट्ठा से सटे तीन गांव हाई अलर्ट
जागरण संवाददाता, बेतिया : वन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी भर जाने के कारण पशुओं के विचरण को लेकर एहतियातन वाल्मीकि प्रोजेक्ट टाइगर के वरीय अधिकारियों ने आसपास के गांवों को हाई अलर्ट कर दिया गया है। बता दें कि विगत कई दिनों से रुक रुक हो रही बारिश के कारण वाल्मीकि प्रोजेक्ट टाइगर के वन क्षेत्रों में पानी भर गया है जिससे वहां निवास करने वाले पशु ऊंचे आशियाने की तलाश में इधर-उधर भटक रहे है जिससे उनके जख्मी होने अथवा भोजन के अभाव में बीमार होने की आशंका बढ़ गयी है। वाल्मीकि नगर रेंज के गांव चूनाभट्ठा के वन क्षेत्रों में निवास करने वाले स्पॉटेड डियर इन दिनों ऊंचे आशियाने की तलाश में इधर उधर विचरण करते देखे जा रहे हैं। ऐसे में इन पशुओं को रिहायशी इलाके में जाने पर किसी प्रकार की परेशानी न हो अथवा किसी कारणवश कहीं वे इंजर्ड न हो जाए इसलिए वीटीआर प्रशासन ने चूनाभट्ठा से सटे गावों मसलन भेड़िहारी, हौरिन कैलाशपुर सहित दर्जनों अन्य गांवों को हाई अलर्ट करते हुए वहां के ग्रामीणों से पशुओं के विचरण की अविलंब सूचना देने का आग्रह किया है। जानकारी के अनुसार, फिलहाल इन क्षेत्रों में रहने वाले पशुओं के इधर उधर विचरण करने पर मॉनसून पेट्रोलिंग में शामिल वनकर्मी नजर रख रहे हैं तथा आवश्यक जानकारियों को वरीय अधिकारियों तक पहुंचाया जा रहा है। बता दें कि विगत बीस साल से इस वन क्षेत्र में गंडक नदी अपना कटाव कर रही है जिससे यहां निवास करने वाले पशुओं विशेषकर स्पॉटेड डीयर को बहुत परेशानी हो रही है। वीटीआर के हिरणों की विशेष सुरक्षा के लिए वीटीआर प्रशासन ने आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों को हाई अलर्ट किया है।
इनसेट बयान
चूनाभट्ठा में पानी भरने से वहां के पशु ऊंचे स्थलों की ओर जा रहे हैं। इसलिए पशुओं की सुरक्षा के मद्देनजर तीन गांव भेड़िहारी, हौरिन व कैलाशपुर को अलर्ट कर दिया गया है।