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देश में फल-सब्जियों का भरपूर उत्पादन : मंत्री

संवाद सूत्र, राजापाकर : देश में फल-सब्जियों का भरपूर उत्पादन हो रहा है। निर्यात के अभाव में हर साल 1

By Edited By: Published: Fri, 22 May 2015 10:33 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2015 10:33 PM (IST)
देश में फल-सब्जियों का भरपूर उत्पादन : मंत्री

संवाद सूत्र, राजापाकर : देश में फल-सब्जियों का भरपूर उत्पादन हो रहा है। निर्यात के अभाव में हर साल 13 हजार करोड़ की फल सब्जियां बर्बाद हो जाती है। उसे आसपास ही खपाना पड़ रहा है। निर्यात की बेहतर व्यवस्था हो तो किसानों को उसका अच्छा दाम मिल सकेगा। फूड प्रोसेसिंग ही बेहतर विकल्प है।

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सूबे के खाद्य उपभोक्ता मंत्री श्याम रजक ने ब्रजमोहन दास कालेज दयालपुर के परिसर में आयोजित तीन दिवसीय सेमिनार का उद्घाटन करते हुए यह बातें कही। सुमन वाटिक फूड प्रोडक्ट के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय कृषि आधारित सेमिनार का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन के बाद किसानों, बुद्धिजीवियों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि किसानों के हित में बड़ी संख्या में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाए जाएं इसके लिए सरकार 35 प्रतिशत अनुदान दे रही है। जानकारी के अभाव में बहुत कम ही उद्यमी इस क्षेत्र में आ पाए हैं। उन्होंने बताया कि इस जिले में एक बड़ी और स्तरीय फूड प्रोसेसिंग प्लांट के साथ कई यूनिट खोली जा रही है। यूनिट का काम तेजी से चल रहा है। आने वाले समय में इसका लाभ किसानों को मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में उन्नति की दिशा में राज्य सरकार ने कृषि रोड मैप बनाकर किसानों को विभिन्न रोजगारों से जोड़ा है। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन पर खुशी का इजहार करते हुए कहा कि इस तीन दिवसीय कार्यशाला से फल-सब्जी उत्पादक किसानों को काफी कुछ सीखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में बंगाल, मुंबई, दिल्ली, मद्रास, गुजरात के कृषि वैज्ञानिक, बड़े उद्यमी एवं प्रगतिशील किसान पहुंच रहे हैं। मंत्री के संबोधन के बाद वैज्ञानिकों ने किसानों को फल एवं सब्जियों के उन्नत किस्म, फूड प्रोसेसिंग से ज्यादा मूल्य कैसे मिले, इसके बारे में जानकारी देने के साथ ही नयी तकनीक से लीची, आम, अनानास, बेल, वाइट परबल एवं सहजन का बेहतर कैसे हो इसके तौर-तरीके बताए। कार्यक्रम का संचालन पी चौधरी ने किया। इस अवसर पर एनआरसी के वाइस चांलसर डा. विशाल नाथ, अपेडा कोलाकाता के निदेशक डा. सीवी सिंह, स्टाइमेंट वेदर इंस्टीच्यूट के नीलम गुप्ता, नेशनल रिसर्च सेंटर लीची विभाग मुजफ्फरपुर के कृषि वैज्ञानिक डा.राजेश कुमार, नाबार्ड के अनीश कुमार, अरिजीत भौमिक, संजय सिंह, सुबोधिप आचार्य ने अपने विचार रखे। अंत में सुमन वाटिका फूड प्रोडक्ट के निदेशक व जदयू नेत्री किरण रंजन ने अतिथियों व सैकड़ों महिला एवं पुरुष किसानों को धन्यवाद ज्ञापित किया।


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