ड्राफ्ट लेटलतीफी में सात पर एफआइआर
संवाद सहयोगी, महुआ ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल महुआ के कार्यपालक अभियंता शंकर सिंह ने करीब
संवाद सहयोगी, महुआ
ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल महुआ के कार्यपालक अभियंता शंकर सिंह ने करीब 36 लाख का बैंक ड्राफ्ट समय पर जमा नहीं कराने के मामले में निर्वतमान कार्यपालक अभियंता समेत सात लापरवाह कर्मियों के विरुद्ध महुआ थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है।
जानकारी के अनुसार निविदा पत्रों की बिक्री के एवज में विभाग को मिले करीब 36 लाख का विभिन्न बैंकों का ड्राफ्ट ग्रामीण कार्य विभाग के खाते में समय पर नहीं भेजा गया। मामला वित्तिय वर्ष 2011-12 का है। करीब दो वर्षो तक वे करीब 280 ड्राफ्ट निविदा पत्रों के साथ ही नत्थी होकर संचिका में ही दबा रह गया। यह मामला सामने तब आया जब नए कार्यपालक अभियंता के रुप में शंकर सिंह ने कार्यभार संभाला। उन्होंने इसे गंभीरता से लिया। हालांकि उन्होंने सरकार को राजस्व की क्षति नहीं हो इसके लिए संबंधित बैंक जहां से ड्राफ्ट बने थे, उन बैंकों के शाखा प्रबंधकों को री-वैलिडेशन के लिए अनुरोध पत्र के साथ भेजा है। घोर लापरवाही के लिए जिम्मेवार कार्यपालक अभियंता प्रमोद सिन्हा के साथ लेखापाल जीतेंद्र कुमार, अनुपम कुमार, रोकड़पाल रवि भूषण एवं विनोद कुमार समेत सात कर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने हेतु लिखित आवेदन महुआ थाना को दिया है।