पान मसाला व्यवसायियों ने सीएम का पुतला फूंका
जागरण संवाददाता, हाजीपुर तंबाकू उत्पाद के बहाने पान मसाला पर रोक लगाए जाने के विरोध में पान उत्पाद
जागरण संवाददाता, हाजीपुर
तंबाकू उत्पाद के बहाने पान मसाला पर रोक लगाए जाने के विरोध में पान उत्पादक किसान व पान मसाला दुकानदारों ने गुरुवार को हाजीपुर में जबरदस्त प्रदर्शन किया। आंदोलनकारियों ने सीएम का पुतला दहन कर अपने रोष का इजहार किया। पान उत्पादकों व पान मसाला दुकानदारों को वैकल्पिक रोजगार मुहैया कराए जाने की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक इस तरह की व्यवस्था नहीं की जाती प्रतिबंध हटाया जाना चाहिए।
प्रतिबंध के विरोध में अखिल भारतीय पान किसान, पान मसाला दुकानदार संघ के बैनर तले सैंकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ विरोध मार्च किया। विरोध मार्च हाजीपुर स्टेशन से शुरु हुआ। मेन रोड, सिनेमा रोड व अन्य मुख्य मार्गो से होते हुए प्रदर्शनकारी गांधी चौक पहुंचे। पुतला दहन से पूर्व प्रदर्शनकारियों ने नुक्कड़ सभा आयोजित की। सभा को संबोधित करते हुए संघ के संरक्षक रवि चौरसिया ने कहा कि पान तो भारतीय संस्कृति में रची-बसी है। इसे गंगा जल के तरह पवित्र माना गया है। धर्म ग्रथों में इसे मुख शुद्धि कारक माना गया है। बंधु-बांधव का आतिथ्य हो या देवी-देवताओं की पूजा नैवेद्ध अर्पित करने के बाद पान-सुपारी अर्पित किए बिना पूजा अधूरा ही रह जाता है। यह व्यसन नहीं है। बावजूद बिहार की मूढ़ सरकार पान और पान की लाली मिटाने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार एक ओर सिगरेट कंपनियों को परश्रय दे रही है वहीं हानि रहित पान व पान मसाला पर प्रतिबंध लगा दी है। श्री चौरसिया ने कहा कि लगाए गए प्रतिबंध से करीब डेढ़ करोड़ लोग भूख मरी के शिकार होंगे। करीब पंद्रह लाख लोग इस रोजगार से जुड़े हैं। अगर प्रतिबंध न हटाया गया तो पान उत्पादन व पान मसाला कारोबार में लगे लाखों परिवार को आत्महत्या पर विवश होना पड़ेगा। इस दौरान राकेश चौरसिया, सुमन चौरसिया, प्रमोद चौरसिया, राम नरेश चौरसिया, राम प्रसाद चौरसिया, सुरेंद्र सिंह, चंद्रदीप चौरसिया, राम बाबू पैटी, नागेंद्र चौरसिया, मुन्ना चौरसिया आदि वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने अविलंब प्रतिबंध नहीं हटाया तो आगे आंदोलन और भी तेज किया जाएगा। सभा के बाद प्रदर्शनकारियों ने सीएम का पुतला दहन कर अपने रोष का इजहार किया।