सौ मिलियन टन लोडिंग क्लब में शामिल हुआ पूर्व मध्य रेल
हाजीपुर : आय के मामले में निरंतर ऊंचाइयों को छूते हुए पूर्व मध्य रेल हाजीपुर 'सौ मिलियन टन लोडिंग क्लब' में शामिल हो गया है। रेल जोन की सकल आमदनी बढ़कर 'दस हजार करोड़ रुपये' हो गयी है। पूर्व मध्य रेल में देश के पहले 'केबल आधारित रेल चैनल' ने कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। इसके जरिये पटना से ट्रेनों के आवागमन की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी जाती है। इसे लोकल टीवी चैनलों पर भी साथ-साथ प्रसारित किया जा रहा है। केंद्रीय अस्पताल पटना में सबसे नयी तकनीक वाला 'मोडूलर आपरेशन थिएटर' के निर्माण का कार्य शुरु हो चुका है। यह बिहार का सबसे आधुनिक आपरेशन थिएटर होगा। रेल कर्मचारियों को 'सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों' की सुविधा दिलाने के लिए रेलवे की 'एम्स' के साथ वार्ता चल रही है।
पूर्व मध्य रेल हाजीपुर के महाप्रबंधक मधुरेश कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि जोनल मुख्यालय में कार्यरत कर्मचारियों के लिए कर्मचारी परोपकार योजना 'मुस्कान' प्रारंभ की गयी है। इस योजना के तहत सेवाकाल में मृत्यु के उपरांत परिजनों को पचास हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा। मुख्यालय में कार्यरत महिला रेल कर्मियों के छोटे बच्चों की कार्य अवधि के दौरान देखरेख हेतु शिशु सदन का परिचालन पंद्रह अगस्त से प्रारंभ कर दिया गया है। दानापुर रेल मंडल में कर्मचारियों के 250 से ज्यादा आवास के कालोनी का निर्माण कार्य जल्द ही शुरु हो जाएगा। 101 अधिकारी आवास एवं कालोनी और 214 कर्मचारी आवास का निर्माण शुरु हो गया है। जीएम ने बताया है कि समय पालन में वर्ष 2012-13 के मुकाबले 11.4 प्रतिशत से ज्यादा वृद्धि हुयी है और यह 66.7 प्रतिशत तक पहुंच गयी है। पूर्व मध्य रेल में कुल लादान 35.56 मिलियन टन हुआ है जो पिछले साल की तुलना में 7.17 प्रतिशत अधिक है। राजस्व उपार्जन में जोन का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है। वित्तिय वर्ष के प्रथम चार महीनों में जोन ने 3766 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है जो पिछले वर्ष की तुलना में 11.52 प्रतिशत अधिक है। इस शीर्ष में यात्री परिवहन से 701 करोड़ रुपये एवं माल लदान से 3003 करोड़ रुपये की प्रारंभिक आय प्राप्त हुयी है। सकल आय में 11.52 प्रतिशत वृद्धि को लेकर पहली बार भारतीय रेल में पूर्व मध्य रेल ने चौथा स्थान प्राप्त किया है। जीएम ने बताया है कि पिछले एक वर्ष में यात्रियों की बढ़ी हुयी मांग को समायोजित करने के लिए कुल 998 जोड़ी विशेष ट्रेनें चलायी गयी। कुल 1125 सवारी डब्बे अस्थायी रुप से जोड़े गए। जोन से चलने वाली ट्रेनों में स्थायी तौर पर 203 डब्बे 90 प्रतिशत मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में जोड़ी गयी। वहीं डीजल इंजन से चलायी जाने वाली 18 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को विद्युत इंजन से परिचालित किया गया। तीन परंपरागत रेट को मेमू रेक में बदलने के उपरांत अब पूर्व मध्य रेल में मेमू रेक की संख्या बढ़कर दस हो गयी है। इससे समय पालन और यात्री लदान की क्षमता में वृद्धि हुयी है। जोन में 24 जन साधारण बुकिंग योजना प्रारंभ की गयी है, अब संख्या बढ़कर 77 हो गयी है।
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