नप ने भी स्वच्छता की दिशा में बढ़ाया कदम
सुपौल। खुले में शौच से मुक्ति को लेकर सरकारी प्रयास जारी है। सरकार ने इसे अभियान के रूप
सुपौल। खुले में शौच से मुक्ति को लेकर सरकारी प्रयास जारी है। सरकार ने इसे अभियान के रूप में लिया है। आदत में बदलाव लाने को लेकर सरकार तरह-तरह से लोगों को जागरूक कर रही है। टीवी पर विज्ञापनों के माध्यम से भी शौचालय का महत्व बताया जा रहा है और लोगों को शौचालय के प्रति आकर्षित किया जा रहा है। लोहिया स्वच्छता मिशन व स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव-गांव में शौचालय बनवाये जा रहे हैं। जहां तक शहरी क्षेत्र की बात है तो यह जिम्मा नगर निकाय व जिला प्रशासन पर है। इधर, नगर परिषद (नप) ने भी निजी सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालय की दिशा में पहल की है। शौचालय विहीन लोगों से नगर परिषद द्वारा शौचालय निर्माण को लेकर आवेदन लिया गया है और शौचालय निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। अब तक लगभग 4 हजार से अधिक आवेदनों को स्वीकृति प्रदान की गई है। दूसरी ओर वैसे टोले व मुहल्ले जहां निजी व सार्वजनिक शौचालय बनाना संभव नहीं वहां नप ने सामुदायिक शौचालय बनाने की पहल की है। महावीर चौक के समीप नगर परिषद के द्वारा महादलित बस्ती में ऐसे ही सामुदायिक शौचालय की पहल की गई है जिसका निर्माण कार्य चल रहा है। दूसरी ओर सार्वजनिक शौचालय के निर्माण में भी नप ने पहल की है। गांधी मैदान, महावीर चौक, न्यायालय परिसर, ठाकुरवाड़ी रोड आदि में नगर परिषद द्वारा सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करवाया गया है। नगर परिषद द्वारा बनवाया जा रहा सार्वजनिक शौचालय आधुनिक शौचालय के ख्याल से ही बनवाया जा रहा है, जहां तक इन शौचालय की साफ-सफाई की बात है तो ये शौचालय फिलहाल पे एंड यूज की तर्ज पर चल रहे हैं और इसी माध्यम से इसकी साफ-सफाई भी चल रही है। वर्ष 2019 तक नगर परिषद ने क्षेत्र के सभी वार्ड के शौचालय विहीन परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है।