दुकान मालिक की है पौ बारह..
सुपौल। सुपौल जिले में भी विकास के कई आयाम गढ़े गए। सड़कों का जाल बिछा, कोसी महासेतु का उद्घाटन हुआ, स
By Edited By: Published: Thu, 08 Dec 2016 06:48 PM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2016 06:48 PM (IST)
सुपौल। सुपौल जिले में भी विकास के कई आयाम गढ़े गए। सड़कों का जाल बिछा, कोसी महासेतु का उद्घाटन हुआ, सिल्चर से पोरबंदर तक सड़क मार्ग से जुड़ गया कोसी का भी इलाका। जिले का आउटलुक बदला, लोगों की आवाजाही बढ़ी, कई मंडिया खुली, लोगों के जीवन स्तर में भी बदलाव आया। बदलाव व विकास के बीच आवासीय परिसर व दुकान मालिकों की भी बल्ले-बल्ले हो चली। नतीजा है कि कोई निर्धारित भाड़ा नहीं रहने के कारण दुकान मालिक व किराये पर मकान लगाने वाले मकान मालिक की पौ बारह है। नीति है कि किरायेदार व भाड़ेदार से जितना अधिक से अधिक खींचा जा सके। ऐसी स्थिति में दुकानदार व भाड़ेदार तो पिस ही रहे हैं।
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