बढ़ी ठंड, जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त
सुपौल। शीतलहर के कारण पूरे प्रखंड छेत्र में जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। गत एक सप्ताह से ही ठंड में
सुपौल। शीतलहर के कारण पूरे प्रखंड छेत्र में जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। गत एक सप्ताह से ही ठंड में अचानक वृद्धि हो गयी थी। गुरूवार को इसका असर और भी तीखा रहा। उधर इस भयानक ठंड के बावजूद न तो प्रशासन व न किसी सामाजिक संस्था द्वारा पर्याप्त अलाव की व्यवस्था की गयी है। उधर कुहासे के कारण सुबह व शाम सड़कों पर आवागमन भी प्रभावित हो रहा है। ठंड व शीतलहर के कारण लोगों के लिए परेशानियों का दौर शुरू हो गया है। लोग सुबह व संध्या में घरों से निकलने में परहेज कर रहे हैं। पारा नीचे लुढ़कने का असर पूरे जिले में पड़ा है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग ठंड से बचने के लिए अलाव सहित अन्य उपाय कर रहे हैं। उधर शहरों में गरीब तबकों के लिए अलाव ही एक सहारा है, लेकिन इस बार अब तक इसकी भी पर्याप्त व्यवस्था प्रशासन अथवा किसी सामाजिक संस्था द्वारा नहीं की गयी है। वहीं मौसम के जानकारों को मानना है कि यह तो ठंड के शुरूआती लक्षण है व अभी और पारा लुढ़केगा। ठंड के इस प्रकोप को ले गरीबों की ¨चताएं बढ़ती जा रही है। ऐसे में हर ओर से अलाव की व्यवस्था करने व गर्म कपड़े व कंबलों के वितरण की मांग प्रशासन से आने लगी है। उधर कुहासे के कारण परिवहन पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है। कुहासे के कारण कुछ ही दूरी में दृश्यता की समस्या आ रही है। ऐसे में दुर्घटना की संभावना भी बढ़ गयी है।