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चौकीदार हत्याकांड: पांच नामजद में से दो गिरफ्तार

सुपौल। बलुआ-बाजार थाना के चौकीदार हत्याकाड में अब तक दो लोगों की गिरफ्तारी की गई है। मृतक के पुत्र अ

By Edited By: Published: Wed, 25 May 2016 01:03 AM (IST)Updated: Wed, 25 May 2016 01:03 AM (IST)
चौकीदार हत्याकांड: पांच नामजद में से दो गिरफ्तार

सुपौल। बलुआ-बाजार थाना के चौकीदार हत्याकाड में अब तक दो लोगों की गिरफ्तारी की गई है। मृतक के पुत्र अर्जुन कुमार पासवान द्वारा दर्ज मामले में पाच नामजद तथा दो अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। बलुआ-बाजार थाना के चौकीदार हरिलाल पासवान के हत्योपरात मृतक के पुत्र द्वारा दर्ज वीरपुर/बलुआ बाजार थाना काड संख्या 111/16 में कहा गया है कि चौकीदार रविवार की सुबह अपने घर से न्यायालय का नोटिस तामिला करने की बात कह कर विशनपुर घनश्याम गोड़ियारी के लिये निकला। गोड़ियारी पहुंचकर उसने टोले के ही दुकान पर पान खाया। पान खाने के उपरात शौच करने के लिये गेंडा धार गया। वहीं केला के खेत में घात लगाये नामजदों एवं अज्ञात द्वारा एकजुट होकर उसके पिता को पहले गला रेत कर फिर सीना चीर कर हत्या कर दी। शव को वहीं छोड़ कर योगेन्द्र मुखिया सहित उसके दोनों पुत्र व पत्‍‌नी एवं अन्य ने योगेन्द्र मुखिया के घर पहुंच कर चापाकल पर खून धोया और हत्या में प्रयुक्त हासा में लगे खून को भी साफ किया। लगभग सुबह के 08:50 बजे गेंडा धार मे लाश मिलने की खबर को लेकर जब हम लोगों के साथ पहुंचे तो पाया कि मेरे पिता का शव उल्टा अवस्था में पड़ा है। पुलिस के पहुंचने के उपरात जब लाश को पलटा गया तो इसकी शिनाख्त मेरे पिता चौकीदार हरीलाल पासवान के तौर पर हुई। इस काड में विशनपुर घनश्याम निवासी योगेन्द्र मुखिया, ललन मुखिया, सिकेन मुखिया, खोखा मुखिया एवं संजू देवी को नामजद तथा दो अन्य अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। जिसमें पुलिस ने मुख्य आरोपी की पत्‍‌नी सह नामजद संजू देवी एवं किशन मुखिया का पुत्र खोखा मुखिया को गिरफ्तार कर मंगलवार को वीरपुर उपकारा भेजा। थानाध्यक्ष सुरेश कुमार राम ने बताया कि इस हत्याकाड के बाकी नामजदों की गिरफ्तारी के लिये सघन छापेमारी जारी है। दबी जुबान में यह भी चर्चा आम है कि प्रतिशोध में योगेन्द्र मुखिया ने अपने परिजनों के साथ मिल कर इस घटना को अंजाम दिया। क्योंकि योगेन्द्र मुखिया के पुत्र की हत्या को लेकर दर्ज बलुआ बाजार/वीरपुर थाना काड संख्या 128/11 में डीएसपी के पर्यवेक्षण में मृतक चौकीदार का नाम शामिल किया गया था। मगर पुलिस अधीक्षक सुपौल द्वारा साक्ष्य के अभाव में आरोप मुक्त कर दिया गया था। अन्य आरोपी घटना के बाद से फरार बताये जा रहा हैं।


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