दांव पर लग रहा खिलाड़ियों का भविष्य
सुपौल। अनुमंडल क्षेत्र में खेल के प्रति संसाधन व सुविधाओं की कमी एवं बरती जा रही उदासीनता के परिणाम
सुपौल। अनुमंडल क्षेत्र में खेल के प्रति संसाधन व सुविधाओं की कमी एवं बरती जा रही उदासीनता के परिणाम स्वरूप खेल का विकास अवरुद्ध हो गया है। खिलाड़ियों को प्रोत्साहन नहीं मिल पाने के कारण अनुमंडल क्षेत्र में खेल एवं खिलाड़ियों का भविष्य दाव पर लग गया है।
अनुमंडल मुख्यालय में ही अब तक खेल मैदान के लिए कोई योजना नहीं चलाई गई। कभी अनूप लाल महाविद्यालय के छोटे से खेल मैदान, तो कभी विज्ञान महाविद्यालय के उबड़-खाबड़ मैदान में खिलाड़ियों द्वारा खेल प्रतियोगिता का संचालन होता होता रहा है। मैदान सहित प्रशिक्षण व प्रोत्साहन में भारी कमी के परिणामस्वरूप क्रिकेट, फुटबाल, हाकी, कुश्ती, बैडमिंटन, टेनिस आदि खेलों में स्थिति काफी दयनीय बनी हुई है। खेल प्रेमी कहते हैं कि युवाओं के लिए खेल अपनी पहचान बनाने का महत्वपूर्ण जरिया है। बावजूद इसके अनुमंडल क्षेत्र में खेल के प्रति उदासीनता उपेक्षा व संसाधनों की कमी के कारण खिलाड़ियों को इसके लाभ से वंचित होना पड़ रहा है।