सड़क पर सजती सब्जी मंडी
सुपौल। सुपौल जिला मुख्यालय का शहर है। जहां नित्य विकास की गाथा लिखी गई है। लेकिन अफसोस बाजार फैलने क
सुपौल। सुपौल जिला मुख्यालय का शहर है। जहां नित्य विकास की गाथा लिखी गई है। लेकिन अफसोस बाजार फैलने की जगह मानिये सिकुड़ता ही जा रहा है। बाजार की सड़क अतिक्रमणकारियों के चंगुल में है ही अब तो सड़कों पर ही दुकानें सजाई जाने लगी हैं। इतना ही नहीं कि बस दुकान सज गई। इसे तो विधिवत मान्यता सी मिल गई है। यहां से सुपौल का हाट जो वर्षो पूर्व से एक निर्धारित जगह लगा करता है। वजाप्ता वह हाट की जगह हो गई जिसकी नगर परिषद द्वारा बंदोबस्ती की जाती है। लेकिन बढ़ती जनसंख्या के दौर में हाट का ही फैलाव होने लगा और धीरे-धीरे सब्जी बेचने वाले हाट जाने वाले रास्ते में सब्जी बेचने लगे। फैलते-फैलते इसने पूरी मंडी का रूप ले लिया और उसी सड़क को अब लोग सब्जी मंडी के रूप में जानने लगे। जबकि सड़क की दोनों ओर बजाप्ता बाजार विकसित है। लेकिन सब्जी कि ये दुकानें सड़कों पर ही सजा करती है जैसे इसे सरकारी मान्यता मिला हो। और हो भी क्यों नहीं ये सब्जी विक्रेता बजाप्ता मंडी का लगान जो नगर परिषद के ठेकेदारों द्वारा वसूला जाता है विधिवत अदा करते हैं।