दुष्कर्म के प्रयास मामले में सवालों के घेरे में आ रही पुलिस
सुपौल। बीते शनिवार को नाबालिग के साथ दुष्कर्म के प्रयास मामले की पीड़िता के विरूद्ध प्रतीकात्मक कार्र
सुपौल। बीते शनिवार को नाबालिग के साथ दुष्कर्म के प्रयास मामले की पीड़िता के विरूद्ध प्रतीकात्मक कार्रवाई के तहत आरोपी पक्ष के द्वारा दिये गये आवेदन पर मामला दर्ज कर स्थानीय पुलिस ने अपने आप को सवालों के घेरे में ला दिया है। थाना क्षेत्र के कटहरा में दिन दहाड़े घटित इस घटना के बाद मामले में हाइ प्रोफाइल हस्तक्षेप की बातें चर्चा में है और आरोपी पक्ष का पलड़ा भारी रखने के लिए दुष्कर्म की शिकार होने से बाल बाल बची स्कूली छात्रा पक्ष के आठ लोगों के विरूद्ध काउंटर केश काड संख्या 148/15 दर्ज किया गया है। हालाकि दुष्कर्म पीड़िता पक्ष से प्राप्त आवेदन के आलोक में आरोपी के विरूद्ध पूर्व में ही काड संख्या 147/15 दर्ज कराया गया था। यहा भी पुलिस ने कायदे को ताक पर रख कर आरोपी को राहत देते धारा 354 बी के तहत छेड़खानी के प्रयास का मामला दर्ज किया। जबकि पीड़िता के आवेदन में स्पष्ट रूप से उल्लेखित है कि आरोपी ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म का प्रयास किया। उसे पकड़कर पाट के खेत की ओर घसीटा और खेत में ले जाकर जबरन अस्मत लूटने की कोशिश की। अपनी अस्मत को बचाने के लिए छात्रा ने बहादुरी दिखाते हुए आरोपी के हाथ को दात से घायल भी किया तड़ातड़ थप्पड़ जड़ते शोर मचाया। आवेदन कहता है कि शोर सुनकर परिजन सहित आस पास के लोग स्थल तक पहुंचे और आरोपी को कब्जे में लेकर छात्रा के दरवाजे ले आए। आरोपी युवक के परिजन पीड़िता के घर लाव लश्कर के साथ आ धमके और जबरन युवक को छुड़ाकर चलते बने। घटना के महज दो घटे बाद बदहवास छात्रा स्थानीय थाना पहुंची जहा थानाध्यक्ष की अनुपस्थिति का हवाला देते हुए कल आने को कहा गया। घटना के एक दिन बाद कल होकर परिजनों के साथ पीड़िता पुन: थाना पहुंची जहा देर रात उसके आवेदन पर प्राथमिकी की मुहर लगी। मगर कार्रवाई के नाम पर उसे काउंटर केश से नवाजा गया और पीड़ित पक्ष के सभी मुख्य लोग नामजद कर दिये गए। हैरानी की बात यह भी कि आरोपी के पिता सिंकदर यादव द्वारा दर्ज कराये गये प्राथमिकी में पीड़िता के आरोप की पुष्टि हो रही है। वह यह कि पिता ने अपने आवेदन में बताया है कि उनका पुत्र पाट की खेत में शौच के लिए गया था जहा मवेशी लेकर जा रही छात्रा ने उसके साथ गाली-गलौज की। जिसके बाद छात्रा के परिजन वहा पहुंच गये और उनके पुत्र को घर ले जाकर बाध कर रखा और मारपीट किया। दोनों ही प्राथमिकी से स्पष्ट है कि छात्रा मवेशी लेकर बहियार गई थी आरोपी युवक पाट के खेत में मौजूद था। प्राथमिकी पूर्व आरोपी युवक पक्ष से प्राप्त आवेदन में इस पुष्टि के बाद भी उसकी प्राथमिकी दर्ज हुई लेकिन तब तक काफी समय गुजर जाने के बावजूद आरोपी युवक को पकड़ने तथा छात्रा को 164 के बयान हेतु न्यायालय के समक्ष उपस्थित करने में पुलिस ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। यही कारण है कि आरोपी युवक को पुलिस ने राहत प्रदान करते दुष्कर्म के प्रयास के तहत मामला दर्ज नहीं कर 354बी के तहत छेड़खानी के प्रयास का मामला दर्ज किया। जानकारों की मानें तो पीड़िता पक्ष को दबाव में लेने के लिए तथा थाना से दूर रखने के लिए काउंटर की प्रविधि अपनाई गई जिससे पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद धूमिल होती दिख रही है।