होमगार्ड जवान हड़ताल पर, भगवान भरोसे सुरक्षा
सुपौल, जागरण संवाददाता:होमगार्ड के हड़ताल पर चले जाने से जिले भर में अधिकांश बैंक सहित अस्पताल, अंचल,
सुपौल, जागरण संवाददाता:होमगार्ड के हड़ताल पर चले जाने से जिले भर में अधिकांश बैंक सहित अस्पताल, अंचल, अग्निशामक, डाकघरों में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा होने लगा है। जिला मुख्यालय स्थित विभिन्न राष्ट्रीयकृत बैंकों व डाकघरों की सुरक्षा मुख्य रूप से होमगार्ड के ही जिम्मे है। हालांकि मुख्यालय स्थित भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य शाखा में होमगार्ड हटने के बाद बीएमपी के पांच जवान को तैनात किया गया है। परन्तु मुख्यालय में ही कई ऐसे बैंक हैं, जहां कल तक सुरक्षा गार्ड रहा करता था। आज वहां सुरक्षा के दृष्टि से एक भी गार्ड मौजूद नहीं है। खासकर अग्निशामक गाड़ी जो पूर्ण रूप से होमगार्ड पर ही आश्रित है। होमगार्ड नहीं रहने के कारण यह शामक पूर्ण रूप से बेकार पड़ा हुआ है। सुरक्षा के लिहाज से बैंक समेत अस्पताल, अंचल कार्यालय व थाने में बलों की काफी कमी बनी हुई है।
बैंक में बढ़ी परेशानी
भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य शाखा को छोड़ दे तो अधिकांश बैंकों की सुरक्षा भगवान के भरोसे है। होमगार्ड के हड़ताल से बैंक प्रबंधक चिंतित दिख रहे हैं। ऐसे कई बैंकों के अधिकारी ने बताया कि होमगार्ड के जवान लोगों को लाइन में लगाने से लेकर उन पर नजर रखते थे। लेकिन गार्ड के हड़ताल पर चले जाने से बैंकों की सुरक्षा तो कमजोर हुई ही है।
कैसे बुझेगी आग
सिर्फ जिला मुख्यालय की बात करें तो आसपास के इलाकों के आग बुझाने की जिम्मे दो अग्निशामक गाड़ी की उपर है। जिन दो गाड़ी पर कुल आठ होमगार्ड के सहारे आसपास के इलाकों में लगी आग पर काबू पाने की जिम्मेवारी रहती है। सहायक अग्निशामक पदाधिकारी देवेन्द्र कुमार ने बताया कि होमगार्ड के हड़ताल पर चले जाने से न अग्निशामक को चलाने वाला चालक ही बचा है और न ही आग बुझाने वाले कर्मी। जाहिर सी बात है कि जब कर्मी व चालक ही नहीं है तो आखिर कौन बुझाएगा आग।