अब उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बहिष्कार का दौर हुआ शुरू
जागरण संवाददाता, सुपौल, : बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के निर्देश पर जिला माध्यमिक शिक्षक संघ सुपौल ने
जागरण संवाददाता, सुपौल, : बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के निर्देश पर जिला माध्यमिक शिक्षक संघ सुपौल ने वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2015 के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य का पूरी तरह से बहिष्कार कर दिया है। शिक्षकों का कहना है कि 30 अप्रैल तक निर्धारित केंद्रों पर बैठकर धरना दिया जाएगा और मूल्यांकन कार्य का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा। इसी क्रम में रविवार को माध्यमिक शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षकों ने सुपौल उच्च माध्यमिक विद्यालय सुपौल केन्द्र एवं हजारी उच्च माध्यमिक विद्यालय गौरवगढ़ केन्द्र पर धरना देकर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया। सुपौल उच्च विद्यालय सुपौल पर सत्य नारायण यादव एवं हीरा नाथ मिश्र तथा हजारी उच्च माध्यमिक विद्यालय गौरवगढ़ पर डॉ. प्रणव कुमार सिंह के नेतृत्व में मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया गया। मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर रहे शिक्षकों ने कहा कि जब तक बिहार सरकार हमारे छोटे भाईयों के लिए वेतनमान की घोषणा नहीं करती, तब तक मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार रहेगा। जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव सुरेन्द्र प्रसाद यादव ने बताया कि सहरसा जिले की दो शिक्षिका एवं एक शिक्षक मूल्यांकन कार्य हेतु गौरवगढ़ केन्द्र पहुंचे थे, वहां उपस्थित संघ के सदस्यों द्वारा उन्हें समझा-बुझाकर वापस कर दिया गया। साथ ही कहा गया कि जब तक महासंघ के महासचिव केदार नाथ पांडेय की घोषणा नहीं हो जाए तब तक मूल्यांकन करने नहीं आइएगा। मूल्यांकन बहिष्कार में सत्य नारायण मंडल, महानंद पांडेय, राघवेन्द्र कंठ, शैलेन्द्र कुमार, अरविंद कुमार, सुनील राम, अरूण कुमार, विरेन्द्र कुमार, इन्द्र मोहन ठाकुर, सहदेव मंडल, राजीव कुमार, कुमार प्रवीण, प्रभु कुमार, अनिल कुमार, चन्द्र नारायण चौधरी, मो. शमशाद आलम, डा. कुमार मुकेश आदि मुख्य भूमिका निभा रहे थे।