आंधी व बारिश में हुए क्षति के आकलन में जुटे अधिकारी
छातापुर(सुपौल),संवाद सूत्र: सोमवार के अपराह्न आयी तेज आधी व मूसलाधार बारिश ने कई गरीब परिवारों के आश
छातापुर(सुपौल),संवाद सूत्र: सोमवार के अपराह्न आयी तेज आधी व मूसलाधार बारिश ने कई गरीब परिवारों के आशियाने उजाड़ दिये हैं। वहीं किसानों के फसलों को भी व्यापक नुकसान हुआ है। प्रखंड के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार तेज हवा के झोंके में कच्चे घरों को भारी क्षति पहुंची है। टीन के छप्परों को लोगों ने हवा में उड़ते देखा तो वह परेशान हो गये। कई परिवारों को तो अपना खोया टीना भी नहीं मिला। ऐसे परिवार रात भर खुले आसमान तो दूसरे के दरवाजे पर रात गुजारने पड़े। उपर से घर में रखे सामग्रियों की जो गति हुई वह अलग से। घर में रखे अनाज, वस्त्र आदि बर्बाद हुए तो नकदी व जेवरात का ठिकाना ना रहा। पसीना बहा तिनके तिनके से जमा पूंजी एक झोंके में तबाह हो गये तो रही सही कसर मूसलाधार बारिश ने पूरी कर दी। इधर किसानों का तो अपने बर्बाद फसलों को देख कलेजा मुंह को आ रहा है। कई किसानों के खेत में लगी सूर्यमुखी के फूल लगी फसल खेतों में ही लेट जाने से उनके पेशानी पर बल पड़ गये हैं। वहीं गेहूं के कटाई के योग्य बालियों को खेतों में लेट जाना पड़ा है। लघु किसानों को तो जैसे प्रकृति का प्रकोप कठोर दंड के रूप में ही मिला है जिनके जुबान सिल गये हैं। बाजार के दुकानों के आगे के छप्पर उड़ गये। दिन में ही अधेरा छा जाने से लोगों में एक बारगी भय का वातावरण देखा गया। मौसम के रौद्र मिजाज को भंाप व्यवसायी दिनदहाड़े प्रतिष्ठान बंद करने लगे। इतने में तेज हवा के झोंके ने उन्हें भीतर ही दुबकने को विवश कर
दिया। तकरीबन एक घटे के लिए संचार व्यवस्था ठप्प पड़ गया और तेज हवा के साथ ही गायब बिजली का दूसरे दिन भी अता पता नहीं है। विद्युत आपूर्ति ठप्प पड़ जाने से आम लोग सहित विद्युत आधारित व्यवसाय करने वालों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। पावर ग्रिड से ग्रामीण क्षेत्रों के निमित्त खींची गयी 11 हजार वोल्ट की संचरण लाईन रानीपट्टी नहर पर पूरी
तरह क्षतिग्रस्त होकर लोगों के घरों पर झूल रही है। वहीं बाजार की बिजली
सोमवार के अपराह्न काल से ही गुम है जो मंगलवार तक बहाल नहीं हो पायी। विभाग की मानें तो वीरपुर से छातापुर के बीच 33 हजार वोल्ट की संचरण में व्यवधान के कारण विद्युत बहाल नहीं हो सकी है। इधर मंगलवार को गृह व फ सल क्षति से प्रभावित गुहस्वामी व किसान अंचल कार्यालय के चक्कर लगाते देखे गये जिनका समाचार प्रेषण तक स्थलीय मुआयना नहीं हो पाया था। इस बाबत पूछने पर सीओ रमेश कुमार सिंह ने बताया कि संबंधित राजस्व कर्मियों को गृहक्षति के आकलन हेतु निर्देश दिया गया है और प्रतिवेदन प्राप्त होते ही मुआवजे के निमित्त प्रतिवेदन की प्रति जिला
कार्यालय को समर्पित की जायेगी। बताया कि कृषि विभाग द्वारा फ सल क्षति का जायजा लिया जाना है। वहीं बीएओ राजेंद्र पूर्वे बताते हैं कि फ सल गिरने भर से फसलों को व्यापक नुकसान की बातें कतिपय सामने नही आ सकती यदि ओलावृष्टि हुआ होता तो किसानों को व्यापक क्षति उठानी पड़ सकती थी।