महिलाओं को टीबी रोग से बचाव के दिए जा रहे टिप्स
सरायगढ़(सुपौल),संवाद सूत्र:विश्नाथ इंटर महाविद्यालय भपटियाही के प्रागंण में लोक भारती सेवा आश्रम की ओर से शुक्रवार को टीबी रोग से बचाव हेतु एक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में आद्रा इंडिया के पदाधिकारी एवं कर्मी बतौर प्रशिक्षक उपस्थित थे। प्रशिक्षण में बोलते हुए पंचम भाई ने कहा कि टीबी जैसे खतरनाक रोग से बचाने हेतु जगह-जगह इस तरह के शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। शिविर में स्वयं सहायता समूह के महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। ये प्रशिक्षित महिलाएं गांव में जाकर लोगों को टीबी रोग के लक्षण, बचाव के तरीके, ऐसे मरीजों की जिम्मेवारियां और अधिकार को बताएंगी। उन्होंने उपस्थित महिलाओं से कहा कि वे सभी टीबी रोग से नफरत न करें, बल्कि रोगियों को पूरा स्नेह दे। इससे उसके रोग ठीक होने में ज्यादे मदद मिलेगी। आद्रा इंडिया के डीसी वंदना सिन्हा, प्रशिक्षक प्रकाश कुमार साह तथा प्रमोद कुमार ने शिविर में टीबी रोग के बारे में विस्तार से जानकारियां दी।
-------------------
- टीबी रोग के लक्षण
- दो सप्ताह या अधिक दिनों तक खांसी
- बुखार खास तौर पर शाम में बढ़ने वाला
- कमजोर व थकावट व महसूस करना
- छाती में दर्द
- खांसी के साथ खून आना
- भूख कम लगना
- वजन का घटना
-------------------
- टीबी रोग से बचाव
- रोग का आरंभ में ही पता लगाए और तुंरत उपचार शुरू कर दे
- रोगी खांसते या छीकते समय मुंह पर कपड़ा रखे
- बलगम इधर उधर न थूके, इससे बीमारी फैलने का खतरा रहता है
- बलगम हमेशा ढ़क्कन युक्त डब्बे में इकट्टा करें और 10-15 मिनट तक पानी में उबाल कर फेंक दे
- नवजात शिशु के जन्म के बाद बीसीजी का टीका जरूर लगाए