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सुपौल:कोसी में चल रहा कटाव बचाव का खेल

By Edited By: Published: Mon, 18 Aug 2014 06:22 PM (IST)Updated: Mon, 18 Aug 2014 06:22 PM (IST)
सुपौल:कोसी में चल रहा कटाव बचाव का खेल

- हाइलाइटर

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- तीन गांव गौरीपट्टी और गढि़या उत्तर और कल्याणपुर पश्चिम को छोड़ कर शेष गांवों से बाढ़ का पानी नीचे उतर गया है, पानी उतरने के बाद जहां लोगों को बाढ़ के खतरा से निजात मिला है, वहीं अब उन सबों के समक्ष कई समस्याएं खड़ी हो गई है, बाढ़ के पानी से नष्ट हुए जलावन तथा अन्य सामानों के बाद लोगों को खाने-पीने के लाले पड़ने लगे हैं, कोसी क्षेत्र से कोई लोगों ने बताया कि पांच दिन बाद भी घरों में चूल्हा जलाने की स्थिति नहीं बन रही है लोग सूखा खाना खाकर समय काट रहे हैं, पशुओं के लिए चारा नहीं बचने के कारण लोग दूर दराज से चारा के प्रबंध में लगे हुए हैं

सरायगढ़(सुपौल),संवाद सूत्र: कोसी में पानी बढ़ने घटने के कारण लगातार कटाव बचाव का खेल जारी है। एक ओर तटबंध के बीच बसी आबादी तबाह है तो दूसरी ओर प्रशासन बचाव व सुरक्षा में लगा हुआ है। कहीं राहत को लेकर हंगामा तो कहीं मुआवजे का चक्कर। कोसी नदी में पांच दिन पूर्व साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी आने से उत्पन्न हालात में थोड़ा-थोड़ा सुधार होने लगा है। यहां के तीन गांव गौरीपट्टी और गढि़या उत्तर और कल्याणपुर पश्चिम को छोड़ कर शेष गांवों से बाढ़ का पानी नीचे उतर गया है। पानी उतरने के बाद जहां लोगों को बाढ़ के खतरा से निजात मिला है। वहीं अब उन सबों के समक्ष कई समस्याएं खड़ी हो गई है। बाढ़ के पानी से नष्ट हुए जलावन तथा अन्य सामानों के बाद लोगों को खाने-पीने के लाले पड़ने लगे हैं। कोसी क्षेत्र से कोई लोगों ने बताया कि पांच दिन बाद भी घरों में चूल्हा जलाने की स्थिति नहीं बन रही है। लोग सूखा खाना खाकर समय काट रहे हैं। पशुओं के लिए चारा नहीं बचने के कारण लोग दूर दराज से चारा के प्रबंध में लगे हुए हैं। प्रशासनिक स्तर से प्रत्येक परिवार को दो-दो किला चूरा तथा दो-दो ग्राम चीनी मात्र दिया गया। जो एक दिन के लिए भी काफी नहीं रहा। सरकारी राहत उंट के मुंह में जीरा के फौरन जैसा है। प्रभावित गांवों के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि अंचलाधिकारी द्वारा प्रभावितों की सूची लेकर मात्र 60 प्रतिशत लोगों को ही चूरा चीनी दिया गया। जो बहुत ही दुखद है। इसको लेकर लोगों में भारी आक्रोश है। जो किसी भी समय उबल सकता है।

बाक्स:गाईड बांध में लगा कटाव अब नियंत्रण में

- क्रासर

- गाईड बांध है पूरी तरह से सुरक्षित: एसडीओ

-बचाव कार्य में रात भर लगे रहे गैमन के कर्मी

सरायगढ़(सुपौल),संवाद सूत्र: पूर्वी गाईड बांध में 36.40 स्पर किलोमीटर समीप रविवार को लगे कटाव पर नियंत्रण कर लिया गया है। कोसी नदी के कटाव से गाईड बांध का 25 से 30 फीट बोल्डर क्रेट धस गया था और वहां कटाव तेज हो गया था। जिला प्रशासन के आदेश पर गैमन इंडिया के कर्मियों ने तत्क्षण उक्त स्थल पर मरम्मती कार्य शुरू किया। रविवार के पूरी रात बचाव कार्य चलाने के बाद सोमवार को कटाव पर नियंत्रण पा लिया गया। अनुमंडल पदाधिकारी विमल कुमार मंडल ने कटाव स्थल पर बताया कि गैमन इंडिया द्वारा बनाए गए पूर्व क्लोजर बांध को तोड़ा नहीं गया था। उक्त क्लोजर बांध के कारण पानी के बहाव में रूकावट बना था। कोसी नदी में अधिक पानी आने के बाद क्लोजर बांध का कुछ हिस्सा बह गया और पानी सीधे गाईड बांध पर दवाब बनाने लगा। उन्होंने बताया कि कटाव स्थल पर पानी का दवाब अब भी है। जिसे दूर करने के लिए गैमन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा योजना बनाई जा रही है। गाईड बांध पूरी तरह सुरक्षित रहे इसके लिए गैमन के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया गया है। इस दौरान एसडीओ के साथ मुखिया सुरेश प्रसाद सिंह, विजय यादव सहित अन्य भी थे।


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