मेगा लोक अदालत में 377 मामलों का हुआ निष्पादन
सुपौल जागरण संवाददाता: बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश व जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में शनिवार को स्थानीय व्यवहार न्यायालय परिसर में मेगा लोक अदालत का आयोजन किया गया। आयोजित लोक अदालत में 377 मामलों का निष्पादन किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राधेश्याम शुक्ल ने बताया कि वादों के निष्पादन के लिए गठित चार पीठों में से पीठ संख्या एक में 187 मामलों, पीठ संख्या दो में 101 मामलों, पीठ संख्या तीन में 57 मामलों तथा पीठ संख्या चार में 32 मामलों का निष्पादन आपसी सुलह-समझौते के आधार पर किया गया। निष्पादित मामलों में बैंक ऋण के 54 मामले, टेलीफोन विभाग के 56 मामले, विद्युत विभाग के 10 मामले, दिवानी के 1 मामले, फौजदारी के 50 मामले एवं दप्रस की धारा 107 के 206 मामले शामिल हैं। बैंक ऋण के कुल निष्पादित मामलों में 21 लाख 63 हजार 174 रुपये पर समझौता हुआ और 9 लाख 68 हजार 946 रुपये की वसूली हुई। इसके अलावा टेलीफोन विभाग के निष्पादित कुल मामलों में 31 हजार 8 सौ 68 रुपये का छूट देते हुए कुल 53 हजार 558 रुपये की वसूली मौके पर की गई। आयोजित मेगा लोक अदालत में काफी संख्या में पक्षकार अपने-अपने मामलों के निष्पादन के लिए न्यायालय परिसर में सबेरे ही पहुंच गये थे। बैंक ऋण के मामलों के निष्पादन कराने में अग्रणी बैंक के मुख्य प्रबंधक मनीष बोस सक्रिय दिखे। वहीं भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, उत्पाद विभाग, वन विभाग, विद्युत विभाग एवं टेलीफोन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। वहीं वादों के निष्पादन में तदर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एसके चौधरी, अवर न्यायाधीश तृतीय अली अहमद, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी आरपी गुप्ता, मुंसिफ एसके शर्मा, न्यायिक दंडाधिकारी एके राय एवं संजीव कुमार प्रमुख थे। अधिवक्ता शारदा कुमार, राधेश्याम ठाकुर, राजकुमार सिंह, अभिषेक कुमार दास व मनोज कुमार वर्मा द्वारा पीठों में महत्वपूर्ण सहयोग किया गया। लोक अदालत कर्मी श्रवण झा, रंजन सहाय व मो.शमीम काफी सक्रिय रहे।