मई के पहले सप्ताह में ही थी हत्या की योजना
सिवान। पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में मुख्य शूटर सहित पांच युवकों की गिरफ्तारी के बाद कई
सिवान। पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में मुख्य शूटर सहित पांच युवकों की गिरफ्तारी के बाद कई और जानकारियां भी मिली है। बताया जा रहा है कि हत्या की योजना कई दिन पहले ही बन गई थी। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक हत्या की प्लानिंग एक मई से तीन मई के बीच ही थी लेकिन किसी कारणवश मामला टल गया। इस दौरान उनकी कई बार रेकी की गई। मिली जानकारी के मुताबिक राजदेव रंजन नियमित रूटीन के मुताबिक घर से जेपी चौक और वहां से एक परिचित के यहां होते हुए कार्यालय आते थे। वापसी का भी कार्यक्रम इसी प्रकार रहता था।
पांच युवकों की गिरफ्तारी और उनकी पहचान सामने आने के बाद शहर के अधिकतर इलाके में इस घटना को लेकर नए सिरे से चर्चा तेज हो गई है। इन युवकों का जेपी चौक के इर्द गिर्द नियमित आना-जाना था। इन्हें सुबह शाम इस इलाके में देखा जाता था। यह चर्चा भी खूब है कि इन युवकों से राजदेव की भी अक्सर भेंट होती थी लेकिन न तो कभी उन्हें संदेह हुआ न किसी और को। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से राजदेव रंजन की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी जा रही थी। लेकिन इससे बेखौफ और बेपरवाह राजदेव रूटीन के मुताबिक ही आते-जाते और अपना काम करते रहे। यह भी माना जा रहा है कि साजिश करने वालों ने बड़ी चालाकी से इस काम के लिए ऐसे युवकों को फिट किया जिनके बारे में किसी तरह का संदेह किसी को नहीं हो सके। इससे साजिशकर्ताओं की रणनीति तो कामयाब हुई ही, ये युवक भी अचानक चर्चा के विषय बन गए।
मां से छिपाने का किया था आग्रह
सिवान : राजदेव रंजन हत्याकांड में शूटर की बाइक चलाने वाले के रूप में चिह्नित पंचमंदिरा निवासी रीशु ने अपने परिजनों व पुलिस से हत्या में शामिल होने की बात मां से छिपाने का आग्रह किया था। पुलिस के अचानक धमकने से पिता विनय जायसवाल भी भौचक्क रहे। एसपी सौरव कुमार शाह ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जब पुलिस टीम रीशु के आवास पर जाकर उसकी गिरफ्तारी के लिए अंदर जाने की कोशिश में थी, पूरे मामले से बेखबर उसके पिता ने पुलिस को रोककर बेटे को आवाज दी। जैसे ही वह बाहर आया, पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद रीशु ने मां से हत्या कांड में शामिल होने की बात छिपा लेने का आग्रह पिता व अन्य परिजनों से किया।