अपराधियों में प्रशासन का भय समाप्त : एमएलसी
फोटो 20 सिव 31 - कुछ लोग कांड में निर्दोषों को फंसाए जाने की बात कर रहे हैं तो वे बता
सिवान। इन दिनों प्रशासन का भय अपराधियों में समाप्त हो गया है। इससे जिले में लोग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पुलिस की गतिविधि का कुछ पता नहीं चल रहा है। अगर पुलिस का भय अपराधियों में रहता तो दिनदहाड़े हमसे मिलने आ रहे पकड़ी पंचायत के पूर्व मुखिया हरेंद्र यादव उनके चचेरे भाई अजय यादव की हत्या गोली मार कर नहीं होती। इस घटना के दिन मैं घर पर ही था। जैसे ही सूचना मिली, एसपी को चार- पांच बार फोन लगाया, पर उन्होंने नहीं उठाया। इससे भी दुर्भाग्यपूर्ण रवैया पुलिस का और क्या हो सकता है। थानाध्यक्ष भी घटना के काफी देर बाद पहुंचे थे। इसके कारण उनको विरोध का सामना करना पड़ा था। घटना के तेरह दिन बाद भी एक ही आरोपी को पकड़ा गया। अन्य आरोपियों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी। विधान पार्षद ने कहा कि दरौंदा क्षेत्र में ज्यादातर एक वर्ग विशेष को ही आर्म्स का लाइसेंस दिया गया है।दरौंदा विधान सभा के पूर्व प्रत्याशी सह मेरे पुत्र शैलेंद्र यादव को भी जान का खतरा है। मगर प्रशासन आर्म्स लाइसेंस नहीं निर्गत कर रहा है। ऐसे में कोई घटना होती है तो प्रशासन ही इसके लिए जिम्मेदार होगा।
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हड़साटाली में एसआइटी की टीम ने घटना की जांच की
गत सात फरवरी को दरौंदा थाना क्षेत्र के हड़साटाली गांव में डिब्बी गांव वासी हरेंद्र यादव व अजय यादव की हुई हत्या के मामले की जांच करने एसआइटी टीम सोमवार को मौके पर पहुंची। टीम ने हर ¨बदु पर बारीकी से जांच की।