पत्रकार राजदेव हत्याकांड में सुस्त पड़ा अनुसंधान, अंधेर में तीर चला रही पुलिस
पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या को 11 दिन बीत गए हैं, अब तक पुलिस को ठोस सुराग हाथ नहीं लगे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि सीबीआइ के केस लेने तक पुलिस औपचारिकता के लिए छापेमारी आदि की कार्रवाई करती रहेगी।
सिवान। पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या को 11 दिन बीत गए हैं, अब तक पुलिस को ठोस सुराग हाथ नहीं लगे हैं। पुलिस ने कांड के पर्दाफाश में उपेन्द्र सिंह को रिमांड पर लेने की जरूरत बताई थी, परंतु उसका सुस्त पडऩा यह संकेत दे रहा है कि वह हत्याकांड में किसी और सुराग की तलाश कर रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सीबीआइ के केस लेने तक पुलिस औपचारिकता के लिए छापेमारी आदि की कार्रवाई करती रहेगी।
पुलिस ने अब तक किसी ऐसे अपराधी या शूटर की गिरफ्तारी नहीं की है जिसके बल पर वह मामले का उद्भेदन कर सके। पुलिस ने रविवार की रात जिले के कई ऐसे ठिकानों में छापेमारी की जहां अपराधियों के कुछ सुराग हाथ लगे। एसआइटी ने छापेमारी में किसी अपराधी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं दी है।
पुलिस अब तक यह दावा कर रही थी कि हत्या के बाद जीरादेई से गिरफ्तार किए गए उपेन्द्र सिंह को रिमांड पर लेकर वह कांड की तह तक पहुंच जाएगी, मगर उपेंद्र के मोतिहारी जेल में शिफ्ट होने से पुलिस ढीली दिखाई दे रही है। उसके खिलाफ कोई ठोस सबूत न जुटाना यह संकेत देता है कि पुलिस इस हत्याकांड में किसी और सुराग के पीछे भी पड़ी है।
मीडिया से दूरी बनाने के भी यही अर्थ लगाए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार वरीय अधिकारियों से मिले निर्देश पर पुलिस के स्थानीय पदाधिकारी इस मामले में मीडिया से बातचीत से कतरा रहे हैैं।
पुलिस अधीक्षक सौरव कुमार शाह दो दिनों के अवकाश पर चले गए हैैं। उनके मंगलवार की देर शाम मुख्यालय लौटने की उम्मीद है। अभी एसपी का प्रभार मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार के पास हैै, क्योंकि एएसपी अरविंद कुमार गुप्ता भी कई दिनों से अवकाश पर हैैं।