शिकायत की एपीओ ने की जांच
सिवान। एक गैर सरकारी संस्थान युवा जागृति स्वयं सेवी सहायता संस्थान के द्वारा दिए गए दरौली प्रखंड
सिवान। एक गैर सरकारी संस्थान युवा जागृति स्वयं सेवी सहायता संस्थान के द्वारा दिए गए दरौली प्रखंड मे सरकारी विकास राशि के गबन व राशि के दुरुपयोग से संबंधित शिकायत पत्र के आलोक मे जिलाधिकारी सिवान के द्वारा दिए गये निर्देश पर एपीओ (डीआरडीए) सिवान संजीत कुमारने जांच की। एपीओ शुक्रवार की देर शाम तक शिकायत पत्र में दर्ज पांच योजनाओं में से एक एसजीएसवाई (स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना) के कार्यान्वयन मे व्याप्त अनियमितता की जांच करने हेतु प्रखंड क्षेत्रान्तर्गत सम्बद्ध बैंकों द्वारा वित्तपोषित कुल 13 स्व.सहायता समूहों के सचिव/अध्यक्षों से मिलकर सभी आवश्यक बिन्दुओं की जानकारी प्राप्त की। गौरतलब हो कि स्थानीय संस्था द्वारा फरवरी 2012 में प्रधान सचिव (ग्रामीण विकास मंत्रालय) बिहार सरकार, प्रधान सचिव (ग्रामीण विकास मंत्रालय) भारत सरकार एवं प्रधान सचिव (निगरानी विभाग) बिहार पटना को एक आवेदन के माध्यम से यह शिकायत की गई थी। संस्था द्वारा यह भी शिकायत की गई है कि प्रखंड मे ग्रामीण विकास की अहम मानी जाने वाली योजना एसजीएसवाई, इन्दिरा आवास योजना, विभिन्न प्रकार की पेंशन योजना के कार्यान्वयन में तथा जाति/आय/निवास/एलपीसी के प्रमाण पत्र निर्गमन व खारिज दाखिल करने मे संबद्ध अधिकारी/पदाधिकारियों द्वारा बडे़ पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है। 2012 से अब तक जांच प्रतिवेदन जिलाधिकारी द्वारा संबंधित विभाग को नहीं भेजा जा सका। इसी जांच क्रम में एपीओ(डीआरडीए)जब संबंधित समूहों के सचिव एवं अध्यक्षों से मिल समूह के क्रियाकलापों के बारे मे जानना चाहा तो सिलाई-कटाई व्यवसाय पर आधारित समूह अध्यक्ष/सचिवों का कहना था कि हमलोग समूह से लाभ के नाम पर केवल सिलाई मशीन के अलावे और कुछ भी नहीं जानते हैं। एपीओ संजीत कुमार ने भी समूह संचालन से संबंधित कार्यान्वयन मे भारी अनियमितता की बात स्वीकारी है।