पोखरे के सुंदरीकरण में मिली अनियमितता
महाराजगंज में विधायक हेमनारायण साह की शिकायत पर डीएम ने एक टीम भेजकर पोखरा के सुंदरीकरण के तहत कराए गए कार्यों की जांच कराई।
सिवान। महाराजगंज में विधायक हेमनारायण साह की शिकायत पर डीएम ने एक टीम भेजकर पोखरा के सुंदरीकरण के तहत कराए गए कार्यों की जांच कराई। इसमें टीम को व्यापक अनियमितता मिली। टीम अपनी जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी।
शहर के कलेक्टरी पोखरा घाट के सुंदरीकरण में हुई अनियमितता तथा बिना अनुमति के शिलान्यास के शिलापट पर अपना नाम अंकित करने की शिकायत विधायक ने डीएम महेंद्र कुमार से की थी। इस पर डीएम ने भवन प्रमंडल सिवान के कार्यपालक अभियंता सुधांशु शेखर, एसडीओ अखिलेश कुमार ¨सह, अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी रवींद्र कुमार चौधरी से जांच कराई। कार्यपालक अभियंता ने कहा कि पोखरा घाट के सुंदरीकरण के लिए जो कार्य किए गए हैं, उनमें काफी अनियमितता बरती गई हैं। जगह-जगह दरार आ गई है, जिससे कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है। जांच की रिपोर्ट डीएम को दी जाएगी। ज्ञात हो कि बीते तीन नवंबर को जब स्थानीय विधायक हेमनारायण साह, एसडीओ अखिलेश कुमार ¨सह, बीडीओ रवि कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी बसंत कुमार के साथ घाट का निरीक्षण करने पहुंचे थे, तभी उनकी नजर शिलापट पर पड़ी। उन्होंने शिलापट को देखा तो उनका नाम अंकित था, जिस पर वे बिफर गए। उन्होंने पदाधिकारियों से इसकी जांच करने को कहा। साथ ही इस मामले को विधानसभा में भी उठाने की बात कही थी। यह कार्य विभागीय स्तर पर मुख्यमंत्री नगर विकास योजना के तहत 30 लाख 28 हजार 12 रुपये की लागत से हुआ है। निर्माण के 15 दिन बाद ही घाट टूटने लगा। जगह जगह दरार आने लगी। शहरवासियों ने इसके लिए विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया था। साथ ही स्थानीय विधायक से लेकर अधिकारियों तक से शिकायत की थी।
टीम पहुंची तो गायब था शिलापट :
जब जांच टीम घाट पर पहुंची तो शिलापट गायब था। जांच टीम को अगल-बगल के लोगों ने बताया कि किसी दिन अभिकर्ता उस शिलापट को उखाड़ कर ले गया। जांच टीम शिलापट वहां न देख आश्चर्य में पड़ गई। उन्होंने कहा कि विभाग के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता अभिकर्ता से शिलापट के बारे में पूछा जाएगा। साथ ही इस तरह की हरकत कि शिकायत डीएम से भी की जाएगी।