लाल झंडी लिए ट्रैक पर बदहवास दौड़ा गेटमैन, बचा लीं सैकड़ों जिंदगियां, जानिए...
छपरा-सिवान रेलखंड पर चैनवा के पास गेट मैन की सूझबूझ से बड़ा रेल हादसा होते-होते बचा। गेटमैन ने ट्रैक टूटने की सूचना संबंधित अधिकारियों को दी। इसी बीच छपरा से सिवान की ओर जा रही आम्रपाली एक्सप्रेस को आते देख लाल झंडी लेकर ट्रैक पर दौड़ पड़ा।
सिवान। पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा-सिवान रेलखंड पर चैनवा के पास गेट मैन की सूझबूझ से बड़ा रेल हादसा होते-होते बचा। अप ट्रैक टूटने की जानकारी मिलने पर गेटमैन ने इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दी। इसी बीच छपरा से सिवान की ओर जा रही आम्रपाली एक्सप्रेस को आते देख लाल झंडी लेकर ट्रैक पर ही दौड़ पड़ा।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि दारौंदा थाना क्षेत्र में चिंतामनपुर स्थित रेलवे फाटक 76/सी के समीप सुबह करीब नौ बजे अचानक एक आवाज सुनाई पड़ी, जिसपर गेटमैन तारसेन सिंह ने रेलवे ट्रैक पर इधर-उधर देखते देखते कुछ दूर पर पहुंचे तो अप रेलवे ट्रैक टूटा हुआ मिला।
तुरंत सूझबूझ का परिचय देते हुए घटना की सूचना दारौंदा एवं चैनवा स्टेशन को दी। तबतक आम्रपाली एक्सप्रेस चैनवा से निकल चुकी थी। तब वे ट्रैक पर लाल झंडी लेकर दौड़ पड़े जिसे चालक ने देख लिया और टूटे ट्रैक से पहले ही ट्रेन रोक ली।
करीब पौने घंटे की मशक्कत के बाद स्थानीय इंजीनियर के सहयोग से टूटे हुए रेलवे ट्रैक को जोड़ कर कामचलाऊ बनाकर आम्रपाली गाड़ी को 10.13 मिनट पर आगे बढ़ाया गया। इसके बाद छपरा से इंजीनियरों का दल सीतामढ़ी से आनंद बिहार जाने वाली लिच्छवी एक्सप्रेस से वहां पहुंचा।
जिसके बाद ट्रैक की मरम्मत शुरू की गई और जल्द ही दुरुस्त कर लिया गया। बताया गया है कि मरम्मत के बाद रेलगाडिय़ों को एहतियातन धीरे-धीरे यहां से पार कराया जा रहा है। रेल कर्मियों का कहना था कि गर्मी एवं ठंड के चलते रेलवे ट्रैक में दरार आ जाती है या पटरी थोड़ी सी भी ढीला हो जाने पर ऐसी टूटने की सूचना मिलती है।