अक्टूबर का राशन व नवंबर का किरासन खा गए डीलर
सिवान । भले ही राज्य सरकार सभी लोगों तक राशन और किरासन पहुंचाने का दावा करती हो, लेकिन
सिवान । भले ही राज्य सरकार सभी लोगों तक राशन और किरासन पहुंचाने का दावा करती हो, लेकिन आलम कुछ अलग ही है। खासकर गुठनी प्रखंड की स्थिति बहुत ही खराब हो गई है। प्राप्त लोगों की मानें तो लगभग सभी डीलरो के यहां दो से ढाई लीटर किरासन तेल ही दिया जाता है जबकि मानक के अनुसार पौने तीन लीटर केरोसिन तेल प्रत्येक लाभुक को दिया जाना है। राशन वितरण में तो काफी अनियमितता होती है, क्योकि चावल और गेहू दोनों आवंटित मात्र से पाच सौ ग्राम से एक किलो तक कम दिया जाता है और कीमत भी प्रति किलो दो रुपये अधिक ली जाती है। गुठनी के लगभग सभी डीलरो के यहा अक्टूबर महीने की राशन नहीं बांटी गई है और नवंबर महीने का किरासन तेल भी नहीं मिला है। डीलरों से पूछने पर बताया कि पैंतीस डीलरों को किरासन तेल नहीं मिला है। अब अगले महीने ही मिलेगा। उधर लोगों में इस बात की चर्चा है कि इस बार का केरोसिन हवा हो गया है। नए आए एमओ से संपर्क नहीं हो पाने के कारण इस बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं मिल पाई है।