पानी की निकासी बना जी का जंजाल
सिवान। कहते हैं कि चुनाव हर दम बड़े मुद्दे पर लड़े जाते हैं पर गुठनी में इस बार नाले से जलनिकासी की सम
सिवान। कहते हैं कि चुनाव हर दम बड़े मुद्दे पर लड़े जाते हैं पर गुठनी में इस बार नाले से जलनिकासी की समस्या भी चुनावी मुद्दा बनने वाला है। दरौली सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र में आने वाले गुठनी प्रखंड मुख्यालय की यह सबसे बड़ी और विकराल समस्या बन गई है। गुठनी बाजार के पूर्वी व पश्चिमी मुहल्ले की यह समस्या पुरानी है। मेन रोड से पूरब बगल सोनारपट्टी, चिकटोली, तुरहा टोली सहित सभी मुहल्लों में नाले का पानी सड़कों पर बहता है। वहीं सड़क के पश्चिम में तो स्थिति और खतरनाक है। पटेल चौक से नदी तीर तक नाले का पक्कीकरण कराना, उस पर पटरी लगाना या उसी रोड में स्थित पुलिया को ठीक कराना, साथ ही कमलेश्वर प्रसाद बरनवाल के घर के पास से कमला सिंह के घर होते हुए गोपाल विद्या मंदिर के सामने धोबही तक नाले पर पर्याप्त पटरी नहीं है। साथ ही सड़क के ऊपर पानी बहता है। कभी-कभी तो ऐसी हालत हो जाती है कि सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है। चूंकि सड़क के बीचोबीच नाला है और नाले के ऊपर पटरी नहीं है। साइकिल तथा मोटरसाइकिल सवार अक्सर नाले में गिर जाते हैं। और तो और गुठनी पूर्वी मुहल्ला नाले का पानी गोविंद प्रसाद के मकान के पूरब वाले गढ्डे में गिरता है जो वहां के लोगों का निजी जमीन है। वहीं पश्चिमी पंचायत में नाले का पानी कब्रिस्तान होते हुए धोबही पोखरा में गिरता है जो अब तक पक्का नहीं हुआ है। चार-पांच वर्ष पूर्व कमलेश्वर प्रसाद बरनवाल के घर के पास धोबही तक नाले का निर्माण विधायक मद से हुआ था जो आज बेकार हो गया है। नाला जगह-जगह जाम हो गया है। पानी सड़कों पर बहता है व पटरी टूट गई है जिसकी सफाई व जीर्णोद्धार के लिए लोगों को जनप्रतिनिधियों के स्तर से पहल का इंतजार है।
नाले की समस्या से परेशान गुठनी वासी जनप्रतिनिधियों में मुखिया से लेकर विधायक व सांसद तक तथा अधिकारियों में बीडीओ-सीओ से लेकर एसडीएम व डीएम तक से इस समस्या का रोना रो चुके हैं। लेकिन किसी स्तर पर पहल नहीं हुई। जानकारों का कहना है कि इस चुनाव में विधायक को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ सकता है।
क्या है समाधान
अभियंताओं के मुताबिक गुठनी में चौराहे से नदी तीर तक बड़े नाले की आवश्यकता है। नाले का पानी जमा करने के लिए पक्का डेैम भी जरूरी है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर लगभग दो करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। इसके बाद गुठनी से नाले की समस्या का समाधान हो जाएगा। गुठनी प्रखंड के ग्यासपुर गांव के निवासी क्षेत्रीय विधायक रामायण मांझी से पूरे इलाके को काफी आशा रही है। इसके बावजूद उनके स्तर से पहल की कमी ने समस्या के समाधान पर ब्रेक लगा दिया है।
कहते हैं विधायक :
जनप्रतिनिधि होने के साथ गुठनी प्रखंड का निवासी होने में मैं यहां के लोगों की समस्याएं जानता हूं। जलनिकासी व नाले की समस्या गुठनी के लोगों को परेशान कर रही है। नाले का निर्माण कर पटरी बैठाकर और जलनिकासी का मुकम्मल प्रबंध करके ही इस समस्या का समाधान हो सकता है। मैं इसके लिए हमेशा प्रयत्नशील रहा हूं। यह मेरी प्राथंिमकता में है।
- रामायण मांझी, विधायक, दरौली