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सरकारी स्कूलों में तालाबंदी से पढ़ाई हुई ठप

जागरण संवाददाता, सिवान : अपनी मांगों को लेकर पिछले लंबे समय से हड़ताल पर डटे नियोजित शिक्षकों के विभि

By Edited By: Published: Sun, 03 May 2015 06:07 PM (IST)Updated: Sun, 03 May 2015 06:07 PM (IST)

जागरण संवाददाता, सिवान : अपनी मांगों को लेकर पिछले लंबे समय से हड़ताल पर डटे नियोजित शिक्षकों के विभिन्न संगठनों के साथ बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ और माध्यमिक शिक्षक संघ के भी आंदोलन में उतर जाने से पूरे राज्य में सरकारी स्कूलों की पढ़ाई पूरी तरह ठप हो गई है। पिछले तीन दिनों से हाईस्कूलों में तालाबंदी है और प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी कल से हड़ताल में शामिल हो जाने की घोषणा कर दी है। नियोजित शिक्षकों के विभिन्न संगठनों के पिछले तीन सप्ताह से आंदोलन पर होने से मध्य विद्यालय स्तर तक के स्कूलों में पढ़ाई प्राय: ठप ही है। लेकिन हाईस्कूलो् में अबतक पढ़ाई हो रही थी। अप्रैल में सत्रारंभ के बाद से पढ़ाई में व्यवधान से सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का बंटाधार हो गया है। यह कई अभिभावकों को खलने लगा है। नतीजा..? कई ने अपने बच्चों को बेमन से ही निजी स्कूलों की राह पकड़ा दी है। ऐसा करने वाले अभिभावकों की तादाद कम नहीं है। इससे गांवों में पहले जहां निजी स्कूलों की गाड़ियां कम दिखती थीं, इस बार सत्र के शुरू से ही निजी स्कूलों की चांदी है। इस बारे में पूछने पर जदयू से जुड़े एक व्यक्ति ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर बताया कि सरकार भले उनके दल की है लेकिन स्कूलों की स्थिति ऐसी हो गई है कि बच्चों के भविष्य को लेकर रिस्क नहीं लिया जा सकता। स्कूली शिक्षकों के आंदोलन का समर्थन करने वाले कई लोग जो सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के हामी रहे हैं, वे भी बच्चों को अब निजी विद्यालयों में भेजने का समर्थन करने लगे हैं।

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कई अभिभावकों ने इसके लिए सरकार की अदूरदर्शिता को जवाबदेह बताते हुए गतिरोध को जल्द दूर किए जाने का आग्रह किया है। उनका भी कहना है कि सरकार ने प्राथमिक शिक्षा को जिस हालत में पहुंचा दिया है उसमें शिक्षकों के लिए आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। इसी तरह अभिभावकों के पास भी बैठकर हड़ताल टूटने का इंतजार करने का विकल्प नहीं है। सरकारी स्कूल में बच्चे को पढ़ाने वाले एक अभिभावक ने आंदोलनकारी शिक्षकों पर तंज कसते हुए कहा-सबके बच्चे निजी स्कूलों में पढ़ रहे हैं। इन्हें बच्चों की पढ़ाई से क्या..?

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स्थायी शिक्षक भी आज से हड़ताल पर

सिवान : नगर के मध्य विद्यालय अभ्यासार्थ के प्रांगण में रविवार को बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ की जिला इकाई के जिला कार्यकारिणी एवं सभी अंचलों के प्रखंड अध्यक्ष एवं सचिवों की बैठक संघ के अध्यक्ष ठाकुर प्रसाद यादव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर निर्णय लिया गया कि बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ पटना के आह्वान पर एक सूत्री मांग 'समान काम का समान वेतन' के लिए सिवान जिले के सभी प्रखंडों के सभी शिक्षक 4 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। शिक्षक विद्यालय को पूर्ण रूप से बंद रखेंगे। बैठक में प्रधान सचिव जयप्रकाश चौधरी, राज्य कार्यसमिति के सदस्य राजकिशोर राय, विनोद सिंह, सुनील सिंह, शंकर जी, दीनानाथ पाण्डेय, बाल कुंवर साह, धर्मनाथ प्रसाद, अमरलाल, भरत जी, विजय कुमार, संजय पर्वत, हरिशंकर चौधरी, जितेन्द्र प्रसाद, रमेश कुमार, हरिकिशोर चौहान, राकेश बैठा समेत तमाम अंचल के सचिव व अध्यक्ष उपस्थित थे।

हाईस्कूलों में जारी रहेगी तालाबंदी

सिवान : बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष वागींद्र नाथ पाठक और उपाध्यक्ष बाबूलाल यादव के नेतृत्व में गत 15 अप्रैल से निरंतर चल रहे धरना कार्यक्रम का रविवार को 19वां दिन था। इस बीच पिछले एक मई से संघ के निर्देश पर जिले के सभी माध्यमिक, उच्च माध्यमिक एवं वित्तरहित विद्यालय के शिक्षक हड़ताल पर डटे हुए हैं। माध्यमिक विद्यालयों में तालाबंदी हो गई है और हड़तालियों का कहना है कि जब तक वेतनमान नहीं मिलेगा तब तक मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार एवं हड़ताल जारी रहेगी। रविवार को इस्लामियां उच्च विद्यालय के मूल्यांकन केन्द्र पर संघ के जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल यादव ने कहा कि वेतनमान से नीचे कोई समझौता स्वीकार नहीं है। सभा को अजय कुमार, राजीव रंजन, शशिकांत प्रसाद, मुश्ताक अली, अखिलेश कुमार मिश्र, गुरुचरण शर्मा, एके सिंह, राजीव कुमार, राजेश कुमार, शमशेर अहमद आदि ने संबोधित किया। वहीं दूसरी ओर राज्य कार्यकारिणी सदस्य चन्द्रमा सिंह ने चट्टानी एकता को बनाए रखने के लिए हड़ताली शिक्षकों को आह्वान किया और किसी भी कुर्बानी के लिए तैयार रहने को कहा है।


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