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शोभना के आने से गांव में खुशी का माहौल

ससू, महाराजगंज (सिवान) : पद्मश्री विश्वप्रसिद्ध कत्थक नृतंयगना शोभना नारायण के गौड़ कत्थक गांव पहुंचन

By Edited By: Published: Tue, 31 Mar 2015 05:55 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2015 05:55 PM (IST)
शोभना के आने से गांव में खुशी का माहौल

ससू, महाराजगंज (सिवान) : पद्मश्री विश्वप्रसिद्ध कत्थक नृतंयगना शोभना नारायण के गौड़ कत्थक गांव पहुंचने पर गाववासियों में खुशी का माहौल देखा गया। उनके आने की सूचना पर गांव के लोग सुबह से ही उनका इंतजार कर रहे थे। करीब चार घंटे बाद जब वे गाव पहुंचीं तो गाव वालों ने फूलमाला पहनाकर उनका स्वागत किया। उनके आने और गांव के बारे में जानकारी लेने पर उनमें यह उम्मीद जगी कि गांव का रुका विकास होगा। शोभना नारायण एवं गीतिका काहलों ने गाव के एक-एक व्यक्ति से मिलकर उन्हें शुभकामनाएं दीं।

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इस दौरान उन्होंने गांव के लोगों से कहा कि यह गांव शास्त्रीय संगीत के लिहाज से काफी रसूख वाला है। गांव के लोगों को संगीत के प्रति समर्पित होना चाहिए। पहले शास्त्रीय संगीत से कई रोगों का इलाज भी होता था। किसी वर्ष वर्षा नहीं होती तो शास्त्रीय संगीत के माध्यम से वर्षा भी हो जाती थी। शास्त्रीय संगीत आज विलुप्त होने के कगार पर है। इसे हमें बचाना होगा।

गांव का इतिहास जानकर हुईं दंग

महाराजगंज : प्रखंड के गौर कत्थक का इतिहास जानकर शोभना और गीतिका काहलों चकित रह गईं। सत्येन्द्र मिश्रा ने बताया कि उनके परदादा अंबिका मलिक के राग मल्हार के गायन से वर्षा हो गई जिससे खुश होकर बेतिया के राजा ने उन्हें 125 बीघा जमीन उपहार में दी। सत्येन्द्र मिश्रा ने बताया कि उनके परिवार के एक सदस्य ने तबले पर गजकरन बोल से पागल हाथी को ठीक कर दिया था। बताया कि राग दरबारी से पागल हुए व्यक्ति का इलाज हो जाता था।

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विधि डांस क्लासेज ने किया सम्मानित

सिवान : प्रख्यात कत्थक नृत्यांगना शोभना नारायण के सिवान आगमन पर विधि डांस क्लासेज की ओर से अतिथि गृह में उनको सम्मानित किया गया। इस मौके पर शोभना ने कहा कि सिवान की धरती पर आना और यहां की प्रतिभाओं से मिलना उनके लिए सौभाग्य की बात है। संस्थान की ओर से शक्तिप्रिया ने उन्हें मोमेंटो भेंट किया। इस दौरान बच्चियों को उन्होंने कत्थक के कई टिप्स दिए। इस मौके पर डा.अशोक प्रियंवद, विजय पांडेय सहित कई लोग मौजूद थे।


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